जटिल बीमारियों के इलाज में कारगर है होमियोपैथी
लोहरदगा : स्थानीय मनोहर लाल अग्रवाल सरस्वती विद्या मंदिर इंटर महाविद्यालय में आठवें साप्ताहिक अतिथि
लोहरदगा : स्थानीय मनोहर लाल अग्रवाल सरस्वती विद्या मंदिर इंटर महाविद्यालय में आठवें साप्ताहिक अतिथि व्याख्यान कार्यक्रम में शुक्रवार को शहर के प्रख्यात युवा होमियोपैथिक चिकित्सक डॉ. रोहित ने विद्यार्थियों को होमियोपैथी के इतिहास और वर्तमान से लेकर इस क्षेत्र में करियर बनाने तक की महत्वपूर्ण जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि आज भी होमियोपैथी पर ज्यादातर लोगों का भरोसा है। कैरियर के दृष्टिकोण से भी चिकित्सा की अन्य पद्धतियों की तुलना में होमियोपैथी में अवसर की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि बहुत सी जटिल से जटिल बीमारियां जहां अन्य इलाज पद्धतियों में ठीक नहीं हो पाती वही होमियोपैथ इसमें कारगर भूमिका निभाते हुए रोग का जड़ से निदान करता है। इतिहास में कई ऐसे चिकित्सकों के नाम जैसे बोनी हेनैन, कंसन्टाइन हे¨टग, कारोल डनहम, कोमटेन बेरनेड आदि हैं जिन्होंने अपने परिजनों के इलाज में होमियोपैथी पर भरोसा जताया। डॉ. जेरी कैंट वकालत छोड़ कर क्षेत्र में आए। आज का दौर नित्य नए शोधों का है। ऐसे में डॉ. सैमुअल हैनिमैन की होमियोपैथी में भी वृहद पैमाने पर शोध चल रहे हैं। मौके पर उन्होंने विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को चेचक से बचने की होमियोपैथिक दवा की खुराक दी। उन्होंने होम्योपैथिक चिकित्सक बनने की प्रक्रियाओं और संबंधित महाविद्यालयों व शोध संस्थानों पर भी जानकारी दी। कार्यक्रम में वरिष्ठ व्याख्याता छवि कुमारी, प्रीति कुमारी गुप्ता, सीमा कुमारी, नीति भारतीय, पूनम कुमारी, कुमार निर्भय ¨सह, नूतन नूर तिग्गा, सौमिता दास भद्रा आदि मौजूद थी।