लापरवाह शिक्षक-शिक्षिकाओं पर होगी कार्रवाई
लोहरदगा : सरकारी विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, मध्याह्न भोजन योजना का बेहतर क्रियान्वय एवं स
लोहरदगा : सरकारी विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, मध्याह्न भोजन योजना का बेहतर क्रियान्वय एवं समय पर शिक्षक-शिक्षिकाओं के विद्यालय आगमन की जांच के लिए बुधवार को जिला शिक्षा अधीक्षक प्रबला खेस ने शहरी क्षेत्र के विभिन्न विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया। इस क्रम में पूर्वाह्न 7.30 बजे विद्यालय के निरीक्षण के लिए डीएसई बालिका मध्य विधालय पहुंची। देखा कि कई शिक्षिकाएं कक्षा में नहीं हैं। जिसके बाद डीएसई ने शिक्षिकाओं की खोज-बीन शुरू की, तो पता चला कि एक साथ विद्यालय की चार शिक्षिकाएं अवकाश पर हैं। इन शिक्षिकाओं का आवेदन देख डीएसई सीधे भड़क गईं। कहा कि इस तरह की लापरवाही अक्ष्मय है। डीएसई ने विद्यालय की कक्षाओं में घूम-घूमकर छात्राओं से पठन-पाठन की जानकारी ली। साथ ही मीनू के अनुसार मध्याह्न भोजन योजना को देखा। डीएसई ने विद्यालय की छात्राओं को बताया कि उनके खाते में जो 705 रुपया भेजा गया है। जिससे बच्चों को बैग, पेंसिल, रबर, कटर, जूता-मोजा खरीदना है। खरीदी गई समानों का रशीद लेना अनिवार्य है और उस रशीद को विद्यालय के प्रधानाध्यापक के पास जमा करना है। डीएसई ने विद्यालय आने वाली छात्राओं को दो चोटी कर यूनीफार्म में विद्यालय आने की बात कही। डीएसई ने विद्यालय निरीक्षण के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि उपायुक्त के आदेश पर सभी विद्यालयों का निरीक्षण कर जांच रिपोर्ट सौपना है। उन्होंने बताया कि निरीक्षण के क्रम में कई गड़बड़ियां मिली है। जिसके बाद उन्हें एक बार चेतावनी देकर छोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि निरीक्षण के क्रम में समय पर विद्यालय नहीं आने वाले लापरवाह शिक्षक-शिक्षिकाओं पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सरकारी विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, मध्याह्न भोजन योजना का बेहतर क्रियान्वय पर जोर देते हुए विभाग द्वारा निर्धारित समय पर शिक्षक-शिक्षिकाओं को विद्यालय पहुंचकर अध्यापन कार्य में लगने की बात कही।