सपने को मिला आकार, बोदा तक दौड़ी रेल
लोहरदगा : लोहरदगा के 4 लाख 62 हजार 738 लोगों के 105 साल का सपना आज पूरा होने की ओर कदम बढ़ा चुका है।
लोहरदगा : लोहरदगा के 4 लाख 62 हजार 738 लोगों के 105 साल का सपना आज पूरा होने की ओर कदम बढ़ा चुका है। लोहरदगा से बोदा स्टेशन तक मंगलवार को लाइट इंजन दौड़ाई गई। लोहरदगा से टोरी तक कुल 44 किमी में से 22 किमी तक का रेल लाइन का परीक्षण का कार्य पूरा कर लिया गया है। शीघ्र ही शेष 20 किमी तक परीक्षण कार्य को पूरा कर लिया जाएगा।
मंगलवार की सुबह लोहरदगा के लोग जागे तो उन्हें पता नहीं था कि वर्ष 1911 में छोटी लाइन में रेल का परिचालन शुरू होने के बाद जो सपना उन्होंने देखा था वह पूरा होने की दिशा में आज एक कदम और बढ़ा चुका है। रेल मंत्रालय की अहम रांची-टोरी रेल विस्तारीकरण की योजना के तहत मंगलवार की सुबह सात बजे लाइन परीक्षण के लिए लाइट इंजन को लोहरदगा भेजा गया। जो 8.15 में लोहरदगा पहुंची। यहां से लाइट इंजन पहले 14 किमी बड़की चांपी रेलवे स्टेशन पहुंची और फिर वहां से आठ किमी आगे बोदा रेलवे स्टेशन तक लाइट इंजन का परिचालन हुआ। इसके बाद लाइट इंजन वापस लोहरदगा रेलवे स्टेशन आ गई। सुरक्षा कारणों से रेलवे की इस परीक्षण योजना को बेहद गोपनीय रखा गया था। जिससे कि परियोजना को पूरा करने की दिशा में अहम कदम बढ़ाया जा सके। इसके बाद अब गुड्स ट्रेन के जरिए 44 किमी लाइन में शेष तकनीकी कार्य को 15 दिनों के भीतर पूरा कर लिया जाएगा। साथ ही किसी भी हाल में अप्रैल माह में लोहरदगा से टोरी रेल लाइन में परिचालन प्रारंभ होगा। इस परियोजना की शुरूआत वर्ष 2005 में हुई थी। जिसे पूरा करने में 11 साल का समय लग गया। इस दौरान करीब 40 बार अपराधिक व नक्सली हमले भी हुए। जिससे कि कई बार काम बंद भी पड़ गया, परंतु स्थानीय पुलिस प्रशासन के सहयोग से रेलवे ने इस महत्वपूर्ण परियोजना को पूरा कर लिया है।