पुलिस के आगे हथियार छोड़ भागे नक्सली : एसपी
लोहरदगा : पुलिस-सीआरपीएफ की रणनीति से भाकपा माओवादी संगठन के नक्सली मैदान छोड़कर भागने को विवश हुए। स
लोहरदगा : पुलिस-सीआरपीएफ की रणनीति से भाकपा माओवादी संगठन के नक्सली मैदान छोड़कर भागने को विवश हुए। सोमवार को सेरेंगदाग थाना क्षेत्र के बीहड़ गुनी जंगल में पुलिस और भाकपा माओवादी के नक्सलियों के बीच हुए मुठभेड़ के बाद पुलिस ने नक्सलियों द्वारा छोड़कर भागे दो बंदूक, 315 बोर की दो गोली, नक्सली साहित्य, नक्सली पर्चा बरामद किया। पुलिस अधीक्षक कार्तिक एस. ने मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में उपरोक्त जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पुलिस की रणनीति से माओवादी हथियार छोड़ने को विवश हुए। उन्होंने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली की माओवादी एरिया कमांडर संतोष साहु का दस्ता गुनी जंगल में आया हुआ है। जिसपर उन्होंने तुरंत स्पेशल एक्शन टीम को गठित कर संतोष साहु समेत दस्ता के सभी सदस्यों को पकड़ने का निर्देश दिया। अपर पुलिस अधीक्षक (अभियान) विवेक कुमार ओझा, सीआरपीएफ 158 बटालियन के सहायक कमांडेंट डीके राय, सेरेंगदाग थाना प्रभारी भूषण कुमार, स्पेशल एक्शन टीम के साथ जिला बल के जवान एवं सीआरपीएफ की टीम ने नक्सलियों को जंगल में घेराबंदी की। पुलिस ने नक्सलियों के विरुद्ध मोर्चा खोला गया, वैसे ही नक्सलियों के पांव उखड़ने लगे थे। इसी बीच भाकपा माओवादी के नक्सलियों ने भागने में ही अपनी भलाई समझी। एक घंटे के भीतर ही नक्सली पीछे हटने को मजबूर हो गए। हालांकि जवानों ने नक्सलियों पर दबाव बनाते हुए लगातार फायरिंग जारी रखी। इसी बीच घने जंगल का फायदा उठाकर नक्सली हथियार छोड़कर भाग खड़े हुए। जिसके बाद पुलिस की टीम ने नक्सलियों की टोह में जंगल की खाक छानी, लेकिन वे अपनी जान बचाकर निकल गए। पुलिस और माओवादियों के बीच मुठभेड़ में पहली बार ऐसा हुआ कि नक्सली तुरंत ही भागने की फिराक में नजर आए। जिससे यह स्पष्ट होने लगा है कि माओवादियों का दस्ता कमजोर हो चुका है। इस मुठभेड़ के बाद पुलिस के हौसले बुलंद नजर आए।