जवान की पिटाई के विरोध, सड़क जाम
बिशुनपुर : प्रखंड के चटकपुर गांव स्थित मरवई मोड़ के समीप सोमवार की शाम वाहन चे¨कग अभियान के दौरान सीआ
बिशुनपुर : प्रखंड के चटकपुर गांव स्थित मरवई मोड़ के समीप सोमवार की शाम वाहन चे¨कग अभियान के दौरान सीआरपीएफ के जवानों द्वारा मरवई निवासी सेना के जवान समीर कुजूर की पिटाई कर दी। घटना से नाराज ग्रामीणों ने मंगलवार को सड़क जाम कर आरोपी पर कार्रवाई करने की मांग करने लगे।
घटना के संबंध में समीर उरांव ने बताया कि फिलहाल मैं भारत-चीन बार्डर पर कार्यरत हूं। छुट्टी लेकर घर आया था। घर से सोमवार को एक टेंपो में सवार होकर बनारी बाजार जा रहा था। इसी दौरान मरवई मोड़ के समीप सीआरपीएफ के जवानों द्वारा वाहन चे¨कग अभियान चलाया जा रहा था। सीआरपीएफ जवान टेंपो को रोकने के लिए हाथ दिया था। तेज में गति में होने के कारण टेंपो कुछ दूरी पर जाकर रूका। तभी जवानों द्वारा चालक के साथ दुर्व्यवहार किया जाने लगा। इस पर समीर ने कहा कि ब्रेक नहीं लगने के कारण वाहन आगे बढ़ गया। तभी सीआरपीएफ के जवानों ने टेंपो से उतारकर समीर को रायफल के कुंदे से मारने लगे। उसे उग्रवादी बताकर जंगल में ले जाकर इनकाउंटर करने की बात भी कहने लगे। समीर ने बताया कि मारने के क्रम में दो जवान का रायफल का बट का उपरी हिस्सा भी टूट गया है। घटना के बाद समीर ने अपने घर वालों को इसकी जानकारी दी। जिससे ग्रामीण आक्रोशित होकर मंगलवार की सुबह सात बजे महुआडांड-रांची मुख्य पथ मरवई मोड़ के समीप जाम कर दिया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जब से बनारी में पुलिस पिकेट की स्थापना की गई है मरवई के लोगों को जीना हराम हो गया है। बार-बार गांव के लोगों पर पुलिसिया जुल्म ढ़ाया जा रहा है। इससे पूर्व तीन सितंबर 2014 को पुलिस द्वारा बॉक्साइट ट्रक में उग्रवादियों के होने की शक पर अंधाधूंध फाय¨रग की गई थी। इससे मरवाई के ही हीरालाल उरांव व निलेश उरांव की घटनास्थल पर मौत हो गई थी। वहीं सुनेश्वर उरांव के पैर में गोली लगने से उसका दाहिना पैर काटना पड़ा। आज वह पूर्ण रूप से विकलांग हो गया है। इसके बाद पुन: आर्मी के जवान समीर उरांव को बेरहमी से पिटाई की गई है। ग्रामीणों ने बनारी से पुलिस पिकेट हटाने, आरोपी को जाम स्थल पर लाने, पुलिसिया जुल्म बंद करने व आरोपी पर कार्रवाई करने की मांग पर अड़े हुए थे। जाम स्थल पर पहुंचे एएसपी पवन कुमार, बीडीओ र¨वद्र कुमार गुप्ता, थाना प्रभारी मणिलाल राणा को ग्रामीणों का आक्रोश झेलना पड़ा। काफी मशक्कत के बाद दोषी पर कार्रवाई करने के आश्वासन पर बारह बजे ग्रामीणों ने जाम हटाया । लगातार चार घंटे तक सड़क जाम होने से वाहनों की लंबी कतार लग गई। बॉक्साइट ढुलाई भी ठप रहा।