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हड़ताल ने ली एक और नवजात की जान

लोहरदगा : ममता वाहन संचालकों के विगत एक अप्रैल से चले आ रहे हड़ताल के कारण एक और मासूम की जान चली गई।

By Edited By: Published: Sat, 25 Apr 2015 08:17 PM (IST)Updated: Sat, 25 Apr 2015 08:17 PM (IST)
हड़ताल ने ली एक और नवजात की जान

लोहरदगा : ममता वाहन संचालकों के विगत एक अप्रैल से चले आ रहे हड़ताल के कारण एक और मासूम की जान चली गई। जिले के पेशरार प्रखंड अंतर्गत हेसाग नवाटोली निवासी संतोष लोहरा की पत्‍‌नी विपैत लोहरा (35) ने शनिवार को सदर अस्पताल में मृत बच्चे को जन्म दिया। बताया जाता है कि विपैत लोहरा को शनिवार की सुबह प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। जिसके बाद बिपैत के पति संतोष लोहरा ने ममता वाहन कॉल सेंटर में सुबह 8.28 मिनट में फोन कर ममता वाहन की मांग की, परंतु ममता वाहन के हड़ताल में होने की वजह से सेवा का लाभ नहीं मिल सका। जिसके बाद संतोष को निजी वाहन ढूंढने में काफी परेशानी झेलनी पड़ी। दोपहर 12 बजे संतोष 15 सौ रुपए भाडे़ में एक निजी वाहन में 44 किमी का पहाड़ी और जंगली रास्ता तय कर अपनी पत्‍‌नी को लेकर सदर अस्पताल पहुंचा। इससे पूर्व लगभग नौ बजे बिपैत ने घर में ही एक शिशु को जन्म दे दिया था। शिशु और बिपैत को लेकर जब सदर अस्पताल लाया गया तो पता चला कि बिपैत जुड़वा बच्चे को जन्म देने वाली है। उसकी स्थिति काफी दयनीय थी। डा. दीप्ति कुजूर ने काफी प्रयास के बाद बिपैत का प्रसव कराया, परंतु बिपैत ने मृत शिशु को जन्म दिया। चिकित्सकों व चिकित्सा कर्मियों के चेहरे पर परेशानी देखकर ही साफ समझा जा सकता था कि अस्पताल लाने में हुई देरी की वजह से शिशु की मौत हुई है। सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. पीसी हेम्ब्रम का कहना है कि हड़ताल को लेकर स्थानीय स्तर पर कुछ नहीं हो सकता। यह राज्यस्तर पर ही संभव है। इसके लिए वे सरकार को पत्राचार करेंगे। सरकार का आदेश इस मामले में स्पष्ट है।


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