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केंद्रीय टीम ने की निश्शक्त प्रताड़ना मामले की जांच

सेन्हा (लोहरदगा) : सेन्हा थाना क्षेत्र के भड़गांव निवासी हरिनाथ उरांव के निश्शक्त पुत्र दिलीप उरांव क

By Edited By: Published: Fri, 24 Apr 2015 06:54 PM (IST)Updated: Fri, 24 Apr 2015 06:54 PM (IST)
केंद्रीय टीम ने की निश्शक्त प्रताड़ना मामले की जांच

सेन्हा (लोहरदगा) : सेन्हा थाना क्षेत्र के भड़गांव निवासी हरिनाथ उरांव के निश्शक्त पुत्र दिलीप उरांव के साथ दिल्ली में शारीरिक व मानसिक प्रताड़ना को लेकर शुक्रवार को अनुसूचित जनजाति आयोग की टीम ने लोहरदगा पहुंचकर मामले की जांच की। राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के सहायक निदेशक आरके दुबे, सूरज कुमार, बाल संरक्षण पदाधिकारी बिरेन्द्र कुमार, सेन्हा थाना प्रभारी रामजी प्रसाद ने भड़गांव पहुंचकर दिलीप के परिजनों से बात की। मई 2014 में दिलीप दिल्ली चला गया था। जहां वह मानव तस्करों के हाथ में पड़ गया था। तस्करों ने दिलीप को एक घर में बेच दिया था। जहां उसके साथ शारीरिक व मानसिक प्रताड़ना की गई। इसी क्रम में दिलीप भागकर रेल से बड़काकाना पहुंच गया। जहां आरपीएफ द्वारा दिलीप को पकड़कर वापस भेजा गया। घटना की जानकारी मिलने पर अजजा आयोग ने मामले में संज्ञान लिया था। आयोग के अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव ने टीम गठित कर मामले के सत्यता की जांच करने का निर्देश दिया था। इसी क्रम में शुक्रवार को टीम सेन्हा पहुंची। जहां परिजनों से बात कर मामले की जानकारी ली। परिजनों ने बताया कि आरपीएफ द्वारा सूचना दिए जाने के बाद वे बड़काकाना से दिलीप को लेकर आए थे। टीम ने जांच रिपोर्ट आयोग अध्यक्ष को सौंपने की बात कही है।


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