अपहरणकर्ताओं के चंगुल से व्यवसायी मुक्त
जागरण संवाददाता, लोहरदगा : जिले के भंडरा थाना अंतर्गत भंडरा-भौंरो मुख्य मार्ग पर पानी टंकी के समीप स
जागरण संवाददाता, लोहरदगा : जिले के भंडरा थाना अंतर्गत भंडरा-भौंरो मुख्य मार्ग पर पानी टंकी के समीप से विगत 24 फरवरी को अपहृत थोक व्यवसायी शहर के ईस्ट गोला रोड निवासी प्रकाश कुमार अग्रवाल 100 घंटे बाद अपहरणकर्ताओं के चंगुल से मुक्त हुआ। साथ ही इस मामले में पांच अपहरणकत्र्ताओं की गिरफ्तारी का भी मामला सामने आया है। हालांकि इसकी पुष्टि पुलिस स्तर से नहीं की जा रही है। किराना व्यापारी प्रकाश अग्रवाल के अपहरण की घटना के बाद लोहरदगा पुलिस द्वारा अपहरणकर्ताओं की गिरफ्तारी व व्यवसायी की सकुशल बरामदगी को लेकर लगातार छापेमारी अभियान चलाया गया। साथ ही पुलिस द्वारा अपहरणकर्ताओं पर विभिन्न स्तरों से दबाव भी दिया गया। इसके कारण अपहरणकर्ता घबरा गए और प्रकाश को लेकर लगातार स्थान बदलते रहे। पुलिस भी अपनी कार्रवाई को लचीला नहीं होने दी, अपहृत व्यापारी की सकुशल बरामदगी एवं अपहरणकर्ताओं की गिरफ्तारी के लिए अभियान को जारी रखा। जिसका नतीजा अपहरण के वारदात के 100 घंटे बाद मिला। पुलिस दबिश में अपहरणकर्ताओं ने रांची जिले के लापुंग थाना क्षेत्र में अपहृत व्यापारी को आखिरकार मुक्त किया। इसके बाद पुलिस ने तुरंत पांच अपहरणकर्ताओं को धर दबोचा। अपहरणकर्ताओं के चंगुल से मुक्त प्रकाश को फिलहाल लापुंग थाने में सुरक्षित रखा गया है। लोहरदगा पुलिस इस अपहरण कांड में शामिल अन्य अपहरणकर्ताओं की गिरफ्तारी के लिए अभियान चला रखी है। सूत्रों की माने तो सभी अपहरणकर्ताओं की शिनाख्त प्रकाश से कराने का प्रयास पुलिस द्वारा कराया जा रहा है। इस अपहरण कांड में पुलिस अन्य अपहरणकर्ताओं को शीघ्र धर दबोचेगी। प्रकाश की सकुशल बरामदगी के बाद परिजनों में खुशी का माहौल है। हालांकि परिजन भी फिलवक्त कुछ भी बताने से इंकार कर रहे हैं। प्रकाश के अपहरण के बाद उसका कोई सुराग नहीं मिलने से शहर के व्यवसायियों में आक्रोश पनप रहा था, परिजनों का भी बुरा हाल था, परंतु सकुशल बरामदगी के बाद सभी के चेहरे पर खुशी देखी जा रही है। प्रकाश के अपहरण के बाद उसकी सकुशल बरामदगी के लिए आक्रोशित व्यवसायी आंदोलन कर रहे थे। इसी कड़ी में गुरुवार को चेंबर ऑफ कामर्स, व्यवसायियों ने लोहरदगा बंद और कैंडल मार्च निकालकर विरोध जताया था। शुक्रवार को चेंबर की अगुवाई में बैठक कर चरणबद्ध आंदोलन की रणनीति तय की गई थी। व्यवसायी इस घटना से इतने आहत थे कि प्रकाश की सकुशल बरामदगी नहीं होने की स्थिति में होली नहीं मनाने का निर्णय लिया था। साथ ही शनिवार को मशाल जुलूस एवं रविवार को चक्का जाम का कार्यक्रम निर्धारित था। प्रकाश की सकुशल बरामदगी की सूचना जैसे ही व्यवसायियों को मिली उसके बाद मशाल जुलूस, चक्का जाम सहित अन्य आंदोलनों को स्थगित कर दिया गया। प्रकाश की सकुशल बरामदगी जहां पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता है वहीं परिजनों, व्यवसायियों ने भी राहत की सांस ली है। प्रकाश की सकुशल बरामदगी में एसपी मनोज रतन चोथे, एसडीपीओ एसए रिजवी, सदर थाना प्रभारी सुधीर कुमार साहू, अवर निरीक्षक जगलाल मुंडा, भंडरा के प्रभारी थानेदार अनिल कुमार तिवारी के साथ जिला बल एवं सीआरपीएफ जवानों की भूमिका सराहनीय रही।