लोहरदगा में चार दिनों से बिजली व्यवस्था बदहाल
लोहरदगा : लोहरदगा में विगत चार दिनों से बिजली व्यवस्था बदहाल बनी हुई है। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को प्रतिदिन औसतन 6-8 घंटे बिजली मिल रही है। कुडू, टिको, सेन्हा व किस्को फीडर के उपभोक्ताओं का तो और भी बुरा हाल है। यहां तो कई घंटों तक लोगों को बिजली के दर्शन नहीं हो रहे हैं। लोहरदगा के शंख नदी तट स्थित पावरग्रिड से जिले के सभी पांच फीडरों क्रमश: लोहरदगा, सेन्हा, कुडू, टिको व किस्को में नियमित रूप से बिजली आपूर्ति को लेकर कम से कम 40 मेगावाट बिजली की जरूरत है। इसके विपरीत विगत चार दिनों से जिले को महज 20 मेगावाट बिजली ही मिल रही है। ऐसे में लोहरदगा पावर सब-स्टेशन को तो नियमित बिजली दी जा रही है, परंतु कुडू एवं टिको फीडर को दो-दो घंटे के अंतराल में बिजली मिल रही है। इस पर भी तकनीकी खराबी होने से घंटों बिजली गुल रहती है। सेन्हा व किस्को फीडर की बिजली आपूर्ति का हाल और भी बुरा है। हाल के दिनों में बिजली की स्थिति ने उपभोक्ताओं को रुला दिया है। बताया जाता है कि तेनुघाट निगम से जिले में पावरग्रिड को बिजली की नियमित आपूर्ति कब तक सुनिश्चित होगी, यह कहना मुश्किल है। लोहरदगा विद्युत आपूर्ति अवर प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता गोपाल प्रसाद वर्णवाल का कहना है कि तेनुघाट की दो यूनिटें ठप पड़ी हैं, जिससे बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई है। जब तक आपूर्ति बेहतर नहीं होती, तब तक स्थिति में सुधार संभव नहीं है।