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जर्जर भवन में पढ़ने को मजबूर हैं मासूम

By Edited By: Published: Wed, 23 Jul 2014 07:15 PM (IST)Updated: Wed, 23 Jul 2014 07:15 PM (IST)
जर्जर भवन में पढ़ने को मजबूर हैं मासूम

भंडरा (लोहरदगा) : प्रखंड क्षेत्र में संचालित 123 आंगनबाड़ी केंद्रों में से 50 आंगनबाड़ी केन्द्रों का भवन काफी जर्जर हो चुका है। इससे केंद्र में प्रारंभिक शिक्षा लेने आने वाले मासूम बच्चों की जिंदगी भी दांव पर लगी रहती है। केंद्र के अधिकांश भवनों से बारिश के मौसम में पानी का रिसाव होता रहता है। साथ ही छत का प्लास्टर भी टूटकर गिरता है। प्रखंड में संचालित केंद्रों में से कुछ केंद्र अधिक जर्जर हो जाने के कारण सेविका के घर पर ही संचालित किया जा रहा है। जल्द ही इन आंगनबाड़ी केंद्रों की मरम्मत नहीं कराई गई तो किसी भी दिन बड़ी घटना घट सकती है। आंगनबाड़ी केंद्रों में पेयजल की भी अत्यंत गंभीर समस्या है। भौरों गांव स्थित केंद्र संचालिका जयमनी उरांव बताती हैं कि भवन की जर्जरता से बच्चों को पठन-पाठन में भी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। मामले में सीडीपीओ अनुपमा मिंज का कहना है कि प्रखंड में जर्जर आंगनबाड़ी केंद्र को ले जिले के वरीय पदाधिकारियों को लिखित रूप से अवगत कराया जा चुका है।


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