गर्मी शुरू होते ही पेयजल संकट गहराया
लोहरदगा : एक तरफ लोग बढ़ती गर्मी से परेशान है तो दूसरी तरफ शहरवासी पेयजल की समस्या को लेकर चिंतित है। गर्मी की आहट के साथ ही सभी कुएं तथा चापाकलों का जलस्तर काफी नीचे चला गया है। लोगों को यह डर सताने लगा है कि जब अप्रैल माह में पेयजल के लिए ऐसी स्थिति है तो आने वाले दिनों में क्या हाल होगा। लोहरदगा शहर समेत जिले के लगभग सभी प्रखंड के ग्रामीण अंचलों में पानी की किल्लत शुरू हो गई है और पानी के लिए लोग इधर-उधर दौड़ लगा रहे हैं कुआं का जल स्तर नीचे जाने के बाद जलापूर्ति लाईन के साथ एक ही चापाकल पर सैंकड़ों लोग पेयजल के लिए घंटों खड़ा रहते हैं। पेयजल के इस बढ़ते संकट से शहरी क्षेत्र के लोगों को काफी परेशानी हो रही है। लोगों में इस बात का भी रोष है कि पेयजलापूर्ति से तो काफी कम समय के लिए पानी आता है। कई जगहों पर बेकार का पानी बर्बाद होता है। शहर के भीतरी भागों में काफी पहले नल का भी निर्माण करवाया गया था जिनमें से कई टूट-फूट चुके है। जिन नलों से पानी गिरता है वहीं लोगों की भीड़ जमा होती है। जलमीनारों से पानी की आपूर्ति के बारे में अपर बाजार क्षेत्र के शास्त्री चौक निवासी देवेश के शरी ने बताया कि काफी कम समय के लिए जलापूर्ति होती है, जिससे आवश्यकता अनुसार पानी लेना संभव नहीं होता। अपर बाजार के हीं कई लोगों का कहना है पानी की बढ़ती समस्या ने शहर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को भी चिंता में डाल दिया है। जो लोग सक्षम है वे तो डीप बोरिंग करवा कर पानी की समस्या से निजात पा लेते है, लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को पानी के लिए सुबह-सुबह ही भटकना पड़ता है।