तीन साल से मजदूरी के लिए भटक रहे मजदूर
संवाद सूत्र, कुडू (लोहरदगा) : कुडू प्रखंड के जिमा पंचायत अंतर्गत जिमा बरवाटोली गांव के आधा दर्जन मनरेगा मजदूरों को तीन साल से मजदूरी का भुगतान नहीं हुआ है। मजदूर अपने बकाया मजदूरी भुगतान के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं। इन मजदूरों ने जिमा बरवाटोली निवासी अजय महली की पत्नी यशोदा देवी के नाम से वित्तीय वर्ष 2011-12 में स्वीकृति सिंचाई कूप निर्माण योजना में मजदूरी का काम किया था। योजना में मनरेगा मजदूर जिमा गोपीटोला निवासी मंती उरांव ने दस दिन, चुमनू उरांव ने साढ़े 25 दिन, कलावती उरांव ने 31 दिन, रधवा देवी ने 24 दिन, रजनी कुमारी ने दस दिन मजदूरी की थी। मजदूरों को इतने दिन काम करने के एवज में एक सप्ताह का ही मजदूरी भुगतान हुआ है। शेष भुगतान के लिए मजदूर लाभुक के साथ-साथ मुखिया द्रौपदी देवी, जनसेवक धर्मेन्द्र प्रसाद, रोजगार सेवक लक्ष्मी कुमार सहित अन्य पदाधिकारियों के पास गुहार लगाकर थक चुके हैं, परंतु कोई भी सुनवाई नहीं हुई है। हैरानी की बात यह है कि योजना में काम करने के बाद भी मजदूरों के जॉब कार्ड में मजदूरी अंकित नहीं है। प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी रघुनाथ मुंडा का कहना है कि उन्हें मामले की जानकारी नहीं है, वे इसकी जांच करेंगे।