दिव्यांग बच्ची की पिटाई कर घर से निकाला
लातेहार : राज्य सरकार के लाख प्रयास के बावजूद आज भी दिव्यांग भटकने को विवश हैं। समाज भी उनके लिए कुछ
लातेहार : राज्य सरकार के लाख प्रयास के बावजूद आज भी दिव्यांग भटकने को विवश हैं। समाज भी उनके लिए कुछ नहीं कर पा रहा है। ऐसा ही मामला चटनाई में देखने को मिला। यहां एक सौतेले बाप उपेन्द्र साव ने सात वर्षीय ¨पकी कुमारी को घर से निकाल दिया।
विदित हो कि ¨पकी कुमारी की मां काजल देवी के पहले पति की मौत हो चुकी है। उसके बाद उसने उपेन्द्र साव से दूसरी शादी कर ली। काजल को पहले से सात वर्ष की दिव्यांग लड़की है। काजल का पति दिव्यांग लकड़ी को अपने घर में रखना नहीं चाहता है। यहां तक की काजल को भी उससे बात नहीं करने की धमकी दे चुका है। काजल के पति उपेन्द्र साव ने दिव्यांग ¨पकी कुमारी की पिटाई कर उसे घर से भगा दिया है। साथ ही अपने टोले के लोगों को ¨पकी को अपने घर में नहीं रखने की धमकी दे चुका है। यहीं नहीं आश्रम विद्यालय के प्राचार्य को भी विद्यालय में नहीं पढ़ाने की धमकी दी है।घर से भगा दिए जाने के बाद ¨पकी ने दो रात खुले पेड़ के नीचे गुजारी हैं। उसको अभी भी आस है कि उसे अपने घर वापस बुला लिया जाएगा। उसकी मां उससे बहुत प्यार करती है। इस बात की जानकारी जब भाजपा महिला मोर्चा के सदस्यों को हुई तो उन्होंने तत्काल उसके घर वालों से बात की। बात नहीं बनने पर वे दिव्यांग ¨पकी को अपने साथ ले आई और बाल संरक्षण विभाग को इसकी सूचना दे दी। पूछे जाने पर ¨पकी ने कहा कि मुझे मेरी मां बहुत प्यार करती है। मुझे उसके साथ रहना है लेकिन मेरे पिता जी मुझे रखना नहीं चाहते हैं। भाजपा महिला मोर्चा के अध्यक्ष शीला देवी ने कहा कि बच्ची को बाल संरक्षण विभाग को सौंपकर बच्ची की परवरिश के लिए उपायुक्त को पत्राचार किया जाएगा। इस मौके पर भाजपा महिला मोर्चा के जिला महामंत्री सुकन्या देवी, पूनम देवी, गायत्री देवी व आशा देवीसमेत कई लोग उपस्थित थे।