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मंडल डैम का लिया जायजा

बरवाडीह : केंद्रीय टीम ने बुधवार को बरवाडीह के मंडल गांव पहुंच उतरी कोयल परियोजना मंडल डैम का निरीक्

By JagranEdited By: Published: Wed, 22 Mar 2017 05:36 PM (IST)Updated: Wed, 22 Mar 2017 05:36 PM (IST)
मंडल डैम का लिया जायजा
मंडल डैम का लिया जायजा

बरवाडीह : केंद्रीय टीम ने बुधवार को बरवाडीह के मंडल गांव पहुंच उतरी कोयल परियोजना मंडल डैम का निरीक्षण किया। केन्द्रीय टीम का का नेतृत्व सीडब्ल्यूसी नई दिल्ली के अर्जुन ¨सह कर रहे थे। निरीक्षण के क्रम में उन्होंने सबसे पहले झारखंड सरकार के द्वारा भेजे गए प्रस्ताव की जानकारी ली व बारिकी से पूरे मामले का अवलोकन किया। निरीक्षण के बाद अर्जुन ¨सह ने बताया कि मंडल डैम परियोजना को जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा। विभागीय प्रक्रिया पूरी कर अप्रैल माह में शुरू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि झारखंड सरकार के द्वारा महज 16 करोड़ रुपये का प्राक्कलन बनाया था। जिसके बाद प्रधानमंत्री के निर्देश पर पुन: परियोजना की जांच करने का निर्देश दिया गया। जायजा लेने आइ टीम ने बताया कि मंडल डैम परियोजना काफी वृहद परियोजना है, इस परियोजना से झारखंड व बिहार को लाभ पहुंचेगा। परियोजना को वृहद व व्यापक रूप पर बनाने के लिए लगभग एक सौ करोड़ रूपये खर्च करने होंगे। बताया कि जल्द ही प्राक्कलन बनाकर केन्द्र सरकार को स्वीकृति के लिए भेज दिया जाएगा। स्वीकृति मिलते ही कार्य आरंभ कर दिए जाएंगे। मौके पर एसी सत्यदेवा, आईएस जलाजल,अविनाश सोनी, राजू निगम, एफ आलम, जयव‌र्द्धन ¨सह समेत कई लोग उपस्थित थे।

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क्या है उतरी कोयल परियोजना: उतरी कोल परियोजना की शुरूआत 1972 ई में की गई थी। यह परियोजना लातेहार जिले के मंडल गांव में स्थित है। उतरी कोयल परियोजना से पनबिजली उत्पादन होना था। जिसके लिए 90 फीसद कार्य लगभग पूर्ण हो गए थे। लेकिन अचानक केन्द्र सरकार द्वारा 1993 ई में इस परियोजना पर रोक लगा दिया गया। जिससे यह परियोजना 24 वर्ष से अधर में लटका हुआ है। इस परियेाजना को चालू हो जाने से झारखंड को बिजली उत्पादन होता। वही झारखंड व बिहार के एक लाख 20 हजार हैक्टयर भूमि की पटवन होती। जिसमें एक लाख हेक्टयर भूमि की पटवन सिर्फ बिहार की भूमि की होगी।

इंजीनियर की हत्या के बाद बंद हो गया था परियाजना: मंडल गांव में चालू हुए उतरी कोयल परियोजना के इंजीनियर की हत्या के बाद बंद कर दिया गया था। इंजीनियर की हत्या नक्सलियों के द्वारा 1993 में कर दिया गया था। जिसके बाद से यह परियोजना बंद कर दिया गया था। परियोजना बंद होने के बाद लगातार राजनीतिक दलों द्वारा इसे मुद्दा बनाया जाने लगा था।

लोगों में जगी विकास की आस: उतरी कोयल परियोजना का निरीक्षण केन्द्रीय टीम के द्वारा किए जाने के बाद पुन: लोगों में एक बार परियोजना शुरू होने की आस जग गई है। केन्द्रीय टीम के दौरे के बाद अप्रैल माह में परियोजना चालू करने की बात से बरवाडीह वासी हर्षित है। हालांकि केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावेडकर के दौरे के बाद से ही परियोजना चालू होने की आस लोगों में जग गए थे। अब ऐसा लगने लगा है कि केन्द्रीय टीम का यह परियोजना चालू करने को लेकर अंतिम दौरा होगा। अब टीम जब भी आएगी परियोजना शुरू करने ही आएगी।


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