जिले में मलेरिया नियंत्रण में : डॉ. संजीव
कोडरमा: राष्ट्रीय वैक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत मलेरिया के प्रसार- प्रसार एवं रोकथाम को
कोडरमा: राष्ट्रीय वैक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत मलेरिया के प्रसार- प्रसार एवं रोकथाम को ले बुधवार को सिविल सर्जन कार्यालय कोडरमा के सभागार में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से सिविल सर्जन डॉ. बीपी चौरसिया, डीएस सह एसीएमओ डॉ. बिनोद कुमार, जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ. संजीव कुमार झा, डॉ. गोपाल प्रसाद, डॉ. भारती सिन्हा उपस्थित थे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सिविल सर्जन डॉ. बीपी चौरसिया ने कहा कि बरसात के मौसम को देखते हुए, मलेरिया के रोकथाम के लिए दवाओं का छिड़काव जरूरी है। इसके लिए सहिया साथी, वीपीटी व एसटीटी को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
वहीं जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ. संजीव कुमार झा ने कहा कि जिले में मलेरिया की स्थिति नियंत्रण में है। पिछले पांच माह में 1509 लोगों की रक्त जांच की गई। जिसमें 240 में मलेरिया के लक्षण पाये गए। जिसमें 6 में फाईसीपेरम मलेरिया के लक्षण पाये गए। जबकि अन्य में सामान्य मलेरिया के लक्षण पाये गए। फाईसीपेरम मलेरिया के कीटाणु जब ब्रेन में चले जाते हैं तो उसे ब्रेन मलेरिया कहा जाता है। जो काफी खतरनाक होता है। जिसका समय पर सही इलाज कराना जरूरी है। नहीं तो मरीज की जान भी जा सकती है। उन्होंने कहा कि सभी प्रखंडों के मलेरिया वाले क्षेत्र को चिन्हित किया गया है। जहां डीडीटी का छिड़काव कराया जा रहा है।
झा ने कहा कि मच्छर ना पनपे इसके लिए घर एवं आसपास के इलाके को साफ रखना चाहिए। कहीं भी गंदा पानी जमने नहीं देना चाहिए। उन्होंने कहा कि सतगांवा के शिवपुर, राजावर, बासोडीह मलेरिया जोन के रूप में चिन्हित किया गया है। जहां सहिया द्वारा डीडीटी का छिड़काव कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मच्छरों से बचाव के लिए मच्छरदानी लगाकर सोयें, आसपास गंदा पानी जमने ना दें। बुखार होने पर तुरंत चिकित्सक को दिखाएं।
इस मौके पर अंजली कुमारी, समरेश कुमार ¨सह, पवन कुमार, विपीन कुमार, बालमुकुंद यादव, शंभू कुमार, शंकर कुमार, सुनील कुमार पंडित, विवेकानंद शर्मा, इंद्रदेव यादव, कृष्णकांत मणि, ललन कुमार राणा, रूपलाल गोप, थियोदर सुरीन सहित दर्जनों स्वास्थ कर्मी उपस्थित थे।