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साक्षरता विभाग के 218 उत्प्रेरक चलाएंगे बंद विद्यालय

कोडरमा: पारा शिक्षकों की हड़ताल के कारण जिले में 400 विद्यालयों में पठन-पाठन का कार्य ठप पड़ा हुआ है।

By Edited By: Published: Sat, 24 Sep 2016 07:15 PM (IST)Updated: Sat, 24 Sep 2016 07:15 PM (IST)
साक्षरता विभाग के 218 उत्प्रेरक चलाएंगे बंद विद्यालय

कोडरमा: पारा शिक्षकों की हड़ताल के कारण जिले में 400 विद्यालयों में पठन-पाठन का कार्य ठप पड़ा हुआ है। विद्यालय में शिक्षण व्यवस्था सुचारू कराने को लेकर साक्षरता विभाग के उत्प्रेरकों को लगाया जा रहा है। इसके तहत अब जिले में बंद विद्यालयों में 218 उत्प्रेरक पठन-पाठन की जिम्मेदारी संभालेंगे। इस संबंध में डीएसई ने आदेश जारी किया है। साथ ही सभी बीईईओ को त्वरित कार्रवाई करने को कहा गया है।

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जिले में पारा शिक्षकों की हड़ताल से 398 नव प्राथमिक व उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालयों में ताले लटके हुए हैं। ये विद्यालय पूरी तरह पारा शिक्षकों के भरोसे संचालित हैं। डीएसई ने कहा है कि किसी भी विद्यालय में पठन-पाठन व मध्याह्न भोजन बाधित ना हो इसके उपाय किए जा रहे हैं। सरप्लस शिक्षक वाले विद्यालयों के शिक्षकों की भी प्रतिनियुक्ति की जा रही है। सोमवार से हड़ताल से प्रभावित अधिकतर विद्यालयों में पठन-पाठन शुरू करा दिया जाएगा। जबकि ऐसे विद्यालयों में मध्याह्न भोजन बाधित ना हो इसके लिए निर्देश जारी किया गया है। प्रखंड के अधिकारियों को गांवों में भ्रमण कर व्यवस्था सुनिश्चित कराने को कहा गया है। निर्देश के आलोक में बीईईओ स्तर से कार्य किया जा रहा है।

प्रतिनिधियों की जिम्मेदारी बढ़ी

कोडरमा : स्कूलों की व्यवस्था बेहतर बनाने में अब जनप्रतिनिधियों की जिम्मेदारी बढ़ाई जा रही है। प्रतिदिन स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्रों की नियमित मॉनिट¨रग के साथ-साथ पंचायत प्रतिनिधि व्यवस्था की कमी को भी दूर करेंगे। डीएसई ने बताया कि मुख्य सचिव से इस संबंध में दिशा-निर्देश प्राप्त हुआ है। पंचायत को मिलने वाली राशि से प्राथमिकता के तौर पर स्कूलों की आवश्यकता को दूर किया जाएगा। इसके लिए सभी प्रतिनिधियों को सरकार का पत्र भी दिया जा रहा है। जबकि इसके लिए प्रतिनिधियों को प्रशिक्षण के माध्यम से जानकारी भी दी गई है।


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