बज्रगृह की बढ़ी सुरक्षा, मतगणना 6 को
कोडरमा: जिले में दोनों चरण के मतदान के समापन के बाद मतगणना पर सबकी नजर टिक गई है। इधर, शनिवार को
कोडरमा: जिले में दोनों चरण के मतदान के समापन के बाद मतगणना पर सबकी नजर टिक गई है। इधर, शनिवार को देर रात खनन संस्थान स्थित बज्रगृह में मतपेटियां जमा होते रहा। प्रत्याशियों व उनके समर्थकों के उपस्थिति में बज्रगृह सील किया गया। इस दौरान सामान्य प्रेक्षक समेत डीसी, एसपी व तमाम वरीय पदाधिकारी मौजूद थे। इधर, बज्रगृह की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। सभी प्रखंडों के लिए बने अलग-अलग बज्रगृह के बाहर पुलिस बल की तैनाती की गई है। प्रत्याशी भी बज्रगृह की सुरक्षा का हाल जान रहे है। रविवार को प्रेक्षक ने उम्मीदवारों के साथ बैठक कर उन्हें मतगणना संबंधी जानकारी दी । लोगों को भरोसा भी दिलाया गया कि बज्रगृह में मतपेटियां पूरी तरह सुरक्षित है। किसी भी प्रत्याशी को संदेह करने की आवश्यकता नही। यहां कई स्तर से सुरक्षा व्यवस्था किए गए है। वरीय पदाधिकारी पूरी व्यवस्था पर नजर रखे हुए है। किसी भी अवांक्षित व्यक्ति के प्रवेश पर पूरी तरह रोक लगाई गई है। पूरी जांच-पड़ताल के बाद ही किसी को प्रवेश दिया जाएगा।
सभी प्रखंडों के लिए अलग मतगणना केंद्र
कोडरमा: सभी प्रखंडों के लिए अलग मतगणना केंद्र व बज्रगृह बनाया गया है। वहीं मतगणना के लिए वरीय पदाधिकारियों के नेतृत्व में अलग-अलग टीम बनाई जा रही है। मतगणना दो दिनों तक चलेगी। पदाधिकारियों के अनुसार 6 दिसंबर को रात्रि 7 से 8 बजे तक मतगणना रोक दी जाएगी। इस दौरान किसी पंचायत का मतगणना अधूरी नही छोड़ी जाएगी। फिर दूसरे दिन 8 बजे से मतगणना शुरू होगी। इधर, उम्मीदवारों द्वारा मतगणना के लिए एजेंट रखने की प्रक्रिया भी शुरू की जा रही है। संबंधित निर्वाची पदाधिकारी के कार्यालय से एजेंट के लिए पहचान पत्र जारी किया जाएगा।
हार-जीत का होता रहा आकलन
कोडरमा: चुनाव समाप्ति के बाद अब सबकी नजर मतगणना पर टिकी है। इधर, क्षेत्रों में हार-जीत का आकलन भी शुरू हो गया है। खास तौर पर जिला परिषद के सीटों पर लोगों की नजर कुछ ज्यादा है। इसी सीट से अध्यक्ष पद तक का सफर तय होना है। लिहाजा जिला परिषद के महिला सीटों में कड़ा मुकाबला होने से संशय बरकरार है। इधर, उम्मीदवार अपने-अपने स्तर से आकलन कर जीत का दावा कर रहे है। रविवार को दिनभर प्रत्याशी अपने बूथ एजेंट व समर्थकों के अलावा अन्य से भी संपर्क साध कर बूथों से आकलन लेने में लगे रहे। जबकि गांवों में मुखिया व पंसस सीट के लिए भी चर्चा का बाजार गर्म रहा।
महिलाएं रही ज्यादा सक्रिय
कोडरमा: पिछले डेढ़ माह से चली आ रही त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का शोरगुल गांवों में पूरी तरह थम चुका है। अब प्रत्याशियों के जीत-हार से लेकर गांव-टोलों में चर्चा हो रही है। 1453 सीटों के लिए हो रही इस चुनाव में मुखिया के एक, पंसस के तीन पद पर उम्मीदवार निर्विरोध भी निर्वाचित हुए। इधर, शेष पदों के लिए होने वाली चुनाव में महिला प्रत्याशियों ने चूल्हा -चौका छोड़कर जमकर प्रचार-प्रसार में हिस्सा लिया।