बीज वितरण में खुलने लगी है गड़बड़ी की परतें
कोडरमा: कृषि विभाग द्वारा गेहूं के 1000 क्विंटल बीज वितरण में हुई गड़बड़ी की परतें धीरे-धीरे खुलने
कोडरमा: कृषि विभाग द्वारा गेहूं के 1000 क्विंटल बीज वितरण में हुई गड़बड़ी की परतें धीरे-धीरे खुलने लगी है। डीसी ने मामले की जांच का जिम्मा एसडीओ लेयाकत अली व कार्यपालक दंडाधिकारी कमलेंद्र कुमार सिन्हा को दिया है। वहीं एक सप्ताह में मामले की जांच कर प्रतिवेदन मांगा गया है। इधर, जांच के प्रथम चरण में ही भारी गड़बड़ी की संभावना दिखने लगी है। बताया जा रहा है कि वितरण पंजी में बिरहोरों का सटीक हस्ताक्षर से यह स्पष्ट भी हो रहा है। वहीं बीज वितरण में सरकार के निर्देशों का ध्यान में नही रखा गया है। जिले के लिए आवंटित 1000 क्विंटल धान गुपचूप तरीके से केवल डोमचांच के एक पैक्स को दिया गया। वहीं वितरण में किसी भी लाभुक का पूरा डाटा, मोबाइल नंबर आदि नही लिया गया है। जांच अधिकारियों के अनुसार जिला कृषि पदाधिकारी व सहकारिता पदाधिकारी के जवाब में काफी असमानता पाई गई है। फिलहाल मामले की गहन जांच की जा रही, जिसमें गड़बड़ी की आशंका बन रही है। वितरण पंजी में काफी कुछ छेड़छाड़ किया गया है। सनद हो कि डोमचांच पंचायत समिति प्रमुख शालिनी गुप्ता ने गेहूं बीज वितरण में भारी गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की थी। उन्होंने कृषि विभाग के मिलीभगत से कागजी तौर पर वितरण कर सरकारी अनुदान के राशि का बंदरबांट का आरोप लगाई है। यहां तक की खरीफ फसलों के बीज वितरण में भी इसी तरह की गड़बड़ी विभाग द्वारा कि गई है। कुछ खास दुकानों को भारी भरकम आवंटन दिया गया, जिसके वितरण में भी भारी अनियमितता की शिकायत है।