तेतरोन हरिजन टोला के बच्चों में बढ़ रही विकलांगता
जयनगर : कोडरमा जिले के जयनगर प्रखंड अंतर्गत तेतरोन पंचायत का तेतरोन हरिजन टोला ऐसा गांव है जहा के बच्चे विकलाग हैं। इस टोले में 10 घर ऐसे हैं। लगभग सभी घरों के बच्चे किसी न किसी रूप में विकलाग है। ऐसा नहीं है बच्चे जन्मजात विकलांग हो रहे हैं। यह विकलागता जन्म के बाद होती है। परिजनों को यह अबतक इसका कारण पता नहीं चल पाया है। यहां सभी परिवार बीपीएल होने के कारण वे अपने बच्चों का इलाज बेहतर अस्पतालों में नहीं करा पा रहे हैं। लोग इसे दैवी प्रकोप मानकर अपने भाग्य को कोसते रहे हैं। विकलाग बच्चों में राहुल कुमार दास (16), पिता भरत दास, किरण कुमारी (21), पिता बंधु दास, नीरज कुमार दास (16), पिता नकुल दास, विशाल दास (5), पिता विजय दास, कल्पना कुमारी (10), पिता विश्वनाथ दास, छोटीलाल दास (10), पिता सिकंदर दास समेत कई बच्चे शामिल हैं।
सरकार द्वारा पानी की शुद्धता की जाच को लेकर भी कई कार्यक्रम कराए जाते हैं, परंतु आजतक इस टोले में शायद कोई टीम यह पता लगाया हो कि कहीं पानी में कोई समस्या है अथवा नहीं। इस टोले में आजतक न कोई सरकारी अफसर ही हाल चाल लेने के लिए पहुंचा और न ही कोई जनप्रतिनिधि। प्रखंड में चल रहे कई एनजीओ का भी इस ओर ध्यान नहीं है। विकलाग राहुल के पिता भरत दास ने बताया कि इन विकलागो को सरकार द्वारा विकलाग पेंशन मिलता था परंतु दो वर्ष बीत गए अभी तक पेंशन नहीं मिला है। इधर, झामुमो नेता बसंत कुमार पाडेय रविवार को हरिजन टोला पहुंच कर बच्चों से मुलाकात की और प्रशासन से मंाग की है कि टीम भेज कर यहा उत्पन्न हो रही समस्या की उच्चस्तरीय जाच कराएं।
क्या कहते हैं चिकित्सक
जयनगर: जब पानी में फ्लोराइड की मात्रा अधिक होती है तो यह समस्या उत्पन्न होती है। हो सकता है वहा के पानी में फ्लोराइड की मात्रा अधिक होगी। इसलिए इसका तुरंत जाच कर आवश्यक कार्रवाई होनी चाहिए ताकि फलोराइड की अधिकता को कम किया जा सके।
डॉ. दिवाकर
चिकित्सक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जयनगर।