भारत चरित्रवानों का देश है: संगीता सुमन
मरकच्चो : मरकच्चो प्रखंड के तेलोडीह पंचायत स्थित ग्राम पडरिया तिलैया में 15 अप्रैल से चल रहे 11 दिवसीय श्रीश्री 108 श्री महाशक्ति देवी सह प्राण प्रतिष्ठा महायज्ञ के पांचवें दिन शनिवार को यज्ञाचार्य प्रदीप कुमार पांडेय व अयोध्या से आए पंडितों द्वारा विविध धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया गया। संध्या में मानस मर्मज्ञ संगीता सुमन ने प्रवचन दिया। अपने प्रवचन में उन्होंने कहा कि भारत चरित्रवानों का देश है। भारत के मनुष्य तो चरित्रवान हैं ही, यहां के बंदर भी बड़े चरित्रवान हैं। उन्होंने भगवान हनुमान की ओर संकेत करते हुए कहा कि श्रीराम के भक्त हनुमान बहुत बड़े चरित्रवान थे। कहा भी गया है कि निर्धन डरता है धनवान से, निर्बल डरता है बलवान से और मूर्ख डरता है बुद्धिमान से, लेकिन ये तीनों डरते हैं चरित्रवान से। यही कारण है कि रावण इतने बड़े प्रतापी राजा होने के बावजूद भी हनुमान से डरता था। रावण बुद्धिमान, बलवान और बहुत बड़ा विद्वान था, लेकिन चरित्रवान नहीं था। इसलिए वह श्रीराम के भक्त हनुमान से तथा चरित्रवान श्री राम से डरता था। भगवान श्रीराम की चरित्र की चर्चा तुलसीकृत रामायण में की गई है। इस अवसर पर मुखिया मनींद्र राम, जागेश्वर सिंह, नारायण दास, महाराज सिंह, यज्ञ समिति के अध्यक्ष डॉ. महेंद्र कुमार वर्मा, विशुनदेव यादव, मिथिलेश प्रसाद यादव, श्यामसुंदर यादव, महेंद्र सिंह, अशोक दयाल, रामसहाय सिंह आदि उपस्थित थे।