विद्याíथयों के जीवन से खेल रहा है विद्यालय प्रबंधन
खूंटी : पहाड़ और जंगलों से आच्छादित खूंटी जिले के उच्च और प्राथमिक व मध्य विद्यालय में पढ़ने वाले वि
खूंटी : पहाड़ और जंगलों से आच्छादित खूंटी जिले के उच्च और प्राथमिक व मध्य विद्यालय में पढ़ने वाले विद्याíथयों का जीवन बिजली कड़कने के बाद गिरने वाले ठनका से सुरक्षित नहीं है। विद्यालय प्रबंधन लापरवाह बना हुआ है। विद्यालय प्रबंधन विद्याíथयों के जीवन से खेल रहा है। इस बात का खुलासा जिला शिक्षा पदाधिकारी भलेरियन तिर्की और जिला शिक्षा अधीक्षक द्वारा की गई पड़ताल और मंगाई जा रही रिपोर्ट से हुआ है।
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कहां-कहां नहीं लगे हैं तड़ितचालक
अड़की प्रखंड के कृष्ण बल्लभ उच्च विद्यालय, प्रोजेक्ट बालिका उच्च विद्यालय अड़की, उत्क्रमित राजकीयकृत मध्य सह उच्च विद्यालय ¨सदरी, प्रोजेक्ट उच्च विद्यालय बीरबांकी, उत्क्रमित राजकीयकृत मध्य सह उच्च विद्यालय तुबिल में नहीं लगे हैं तड़ितचालक। किसान उच्च विद्यालय डेकेकेला में तड़ितचालक लगे हैं, मगर खराब हैं। कर्रा प्रखंड के राजकीय उत्क्रमित उच्च विद्यालय लोधमा, खूंटी प्रखंड के उच्च विद्यालय सह मध्य विद्यालय अनिगढ़ा , कालामाटी, रनिया के प्रोजेक्ट उच्च विद्यालय सोदे, प्रोजेट बालिका उच्च विद्यालय तेतारी, उत्क्रमित राजकीयकृत मध्य सह उच्च विद्यालय तोकेन, तोरपा प्रखंड के मध्य सह उत्क्रमित उच्च विद्यालय राय शिमला, जिले के सभी पांच कस्तूरबा बालिका आवासीय विद्यालय में तड़ितचालक लगे ही नहीं हैं। आदिम जनताजित सेवा मंडल उच्च विद्यालय डुमरदगा में तड़ितचालक की चोरी हो गई है, तो उच्च विद्यालय मारंगहादा, उत्क्रमित उच्च विद्यालय गनालोया में तड़ितचालक टूट गए हैं। एसएस प्लस टू उच्च विद्यालय रनिया में उखाड़ कर शरारती तत्वों ने फेंक दिया है। इस कारण ठनका गिरने की स्थिति में सुरक्षा के इंतजाम नहीं हैं।
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विकास निधि से तड़ितचालक लगाने का दिया है निर्देश : डीईओ
जिला शिक्षा पदाधिकारी भलेरियन तिर्की ने बताया कि सभी प्रधानाध्यापकों से रिपोर्ट तलब की जा चुकी है। तड़ितचालक नहीं होना चिन्ता का विषय है। सभी प्रधानाध्यापकों को विकास निधि से तड़ितचालक लगाने का निर्देश दिया गया है। कहा गया है कि तड़ितचालक लगाकर उसकी सूचना देने का निर्देश दिया है। विद्याíथयों की सुरक्षा पर ध्यान दिया गया है।
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सर, तड़ितचालक लगाना जरूरी
शुक्रवार को जिला शिक्षा अधीक्षक सुरेश चंद्र घोष की अध्यक्षता में स्वतंत्रता दिवस, राज्यपाल के संभावित आगमन के मद्देनजर कस्तूरबा विद्यालयों की साफ-सफाई, पौधरोपण आदि पर चर्चा के लिए बीईईओ और वार्डेन की बैठक में तड़ितचालक का मामला उठाते हुए वार्डेन ने कहा कि सर तड़ितचालक लगाना जरूरी है। कोई व्यवस्था करा दें सर। जिला शिक्षा अधीक्षक ने कहा कि बच्चियों और स्टाफ की सुरक्षा के लिए प्रबंधन फंड से तड़ितचालक लगवाने का काम किया जाए। यह ठंड¨रग जोन है और सुरक्षा पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। सभी सरकारी विद्यालयों में तड़ितचालक लगने होने या नहीं होने की रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है।