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अधिकारियों ने सुखराम मुंडा का कराया इलाज

खूंटी : भगवान विरसा मुंडा के वंशज सुखराम मुंडा डिहाइड्रेशन से पीड़ित थे। उन्हें लू गया था तथा लगातार

By JagranEdited By: Published: Sat, 29 Apr 2017 07:47 PM (IST)Updated: Sat, 29 Apr 2017 07:47 PM (IST)
अधिकारियों ने सुखराम मुंडा का कराया इलाज
अधिकारियों ने सुखराम मुंडा का कराया इलाज

खूंटी : भगवान विरसा मुंडा के वंशज सुखराम मुंडा डिहाइड्रेशन से पीड़ित थे। उन्हें लू गया था तथा लगातार लूज मोशन हो रहा था। शुक्रवार को उलीहातू जनजातीय आवासीय विद्यालय में अभिभावक, विद्यार्थी और शिक्षक गोष्ठी का आयोजन हुआ था। पेयजल संकट के कारण कुछ विद्यार्थी घर चले गए थे। उपायुक्त मनीष रंजन के निरीक्षण के बाद विद्यालय सह छात्रावास में विद्यार्थियों की कम संख्या पाई गई थी। उपायुक्त के निर्देश पर शिक्षक विद्यार्थियों को लाने उनके घर गए थे। छात्रों का ठहराव सुनिश्चित करने के लिए आयोजित बैठक में भाग लेने आइटीडीए निदेशक भीष्म कुमार और जिला कल्याण पदाधिकारी सहायक और कनीय अभियंता के साथ गए थे। इन अधिकारियों को पता चला कि सुखराम की तबीयत खराब है। उन्हें लू लग गया है। लूज मोशन हो रहा है। अधिकारी उनके घर गए। अपने वाहन पर बैठाकर कल्याण विभाग से अड़की में चल रहे रिची ट्रस्ट अस्पताल पहुंचाया। दोनों अधिकारियों ने अपनी देखरेख में उनका इलाज करवाया और दवा दिलवाई। दोनों अधिकारियों ने चिकित्सकों को गहन जांच करने का निर्देश दिया। इलाज के बाद दवा देकर एम्बुलेंस से उन्हें उनके उलीहातू आवास भेजवाया और चिकित्सकों को उनकी सतत निगरानी करने का निर्देश दिया।

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पांच दिनों से ज्यादा नहीं मिलेगी छुट्टी

बिरसा मुंडा जनजातीय उच्च विद्यालय उलीहातू में शुक्रवार को आयोजित अभिभावक, विद्यार्थी और शिक्षक सम्मेलन में यह तय किया गया कि किसी विद्यार्थी को पांच दिन से अधिक की छुट्टी मंजूर नहीं होगी। सम्मेलन में जिला कल्याण पदाधिकारी सुषमा नीलम सोरेंग ने यह निर्णय सुनाया। सोरेंग के साथ आइटीडीए निदेशक ने विद्यालय सह छात्रावास का निरीक्षण किया। कुल 170 विद्यार्थी उपस्थित थे। 8 नए विद्यार्थियों का नामांकन भी किया गया। छात्रावास छोड़कर घर वापस जा चुके विद्यार्थियों को वापस लौटने के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया। जिला कल्याण पदाधिकारी ने अभिभावकों को बताया कि पेयजल संकट का समाधान कर दिया गया है। दो हैंडपंप सह बो¨रग में मोटर लगा दिया गया है। सोलर प्लेट से बो¨रग चलाई जा रही है। पानी का डिस्चार्ज भी अच्छा है। सौर ऊर्जा से बच्चों की पढ़ाई के लिए प्रकाश की व्यवस्था की गई है। शिक्षकों की कमी दूर की जा रही है। हिंदी और संस्कृत के शिक्षक की तलाश जारी है। जल्द ही इन दोनों विषयों के शिक्षक उपलब्ध करा दिए जाएंगे। आइटीडीए निदेशक ने बताया कि पेयजल एवं शौचालय में सुधार के लिए आए अभियंताओं से प्राक्कलन बनवाया जा रहा है। पानी की कमी से शौचालय का सही उपयोग नहीं हो पा रहा था। सामुदायिक शौचालय की तर्ज पर शौचालय का निर्माण कराया जाएगा। शौचालय के छत पर पानी का ¨सटेक्स लगाया जाएगा। पानी की उपलब्धता होने से विद्यार्थी शौचालय का ढंग से उपयोग कर सकेंगे। सम्मेलन में अभिभावकों और विद्यार्थियों की समस्याएं सुनी गईं। छात्रों को नई पुस्तकें उपलब्ध करा दी गईं हैं। इस अवसर पर स्वास्थ्य शिविर लगाया गया था। अभिभावकों और विद्यार्थियों के स्वास्थ्य का परीक्षण कराया गया। चिकित्सीय परामर्श देने के साथ दवाओं का भी वितरण किया गया।


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