आदिवासी विधायक समाज हित में दें त्यागपत्र : सालखन
जागरण संवाददाता, खूंटी : आदिवासी समाज के हित में आदिवासियों के लिए आरक्षित विधानसभा सीट से निर्व
जागरण संवाददाता,
खूंटी : आदिवासी समाज के हित में आदिवासियों के लिए आरक्षित विधानसभा सीट से निर्वाचित विधायक विधानसभा से त्याग पत्र दें। मंगलवार को यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद सह आदिवासी सेंगल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने विधायकों से यह मांग की। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी 28 आदिवासी विधायकों को पार्टी के बजाय आदिवासी समाज के हित की चिंता करनी होगी। सीएनटी -एसपीटी एक्ट में संशोधन होने तथा स्थानीयता लागू करने पर अमादा राज्य सरकार के रवैया से आदिवासी समाज मरने की स्थिति में पहुंच गया है। आरक्षित सीट से चुने गए विधायक पार्टी के लिए नहीं, बल्कि समाज हित की दुहाई देकर जीते हैं। विधायकों से उनका आग्रह है कि या तो संशोधन और स्थानीयता में आदिवासी हित में सुधार कराएं या त्यागपत्र दें। सभी विधायकों ने आदिवासी समाज को धोखा देने का काम किया है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में बताया कि भाजपा तो आदिवासी विरोधी साबित हो चुकी है, लेकिन झामुमो भी संदेह के घेरे में है। झामुमो का हमेशा आदिवासियों ने साथ दिया है। इसीलिए, झामुमो का फर्ज बनता है कि वह आदिवासी समाज के कर्ज को चुकाए। उन्होंने बताया कि 28 जनवरी को दुमका के एसपी कॉलेज मैदान में होने वाली जनसभा में सभी आदिवासी विधायकों से सरकार पर शिकंजा कसने के लिए भाग लें और आदिवासी समाज की एकता का प्रदर्शन करें। उन्होंने दावा किया कि आदिवासी समाज के दबाव और सभी विधायकों का साथ मिलने से रघुवर सरकार मात्र तीन माह में गिर जाएगी। इस अवसर पर सुमित्रा मुर्मू, मार्शल बारला, दामू मुंडा, भोला पाहन, जान नाग, जैक्सन तोपनो मनोज बारला आदि उपस्थित थे।