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हाइवे के होटलों को शौचालय बनवाने का अल्टीमेटम

जामताड़ा : स्वच्छ भारत अभियान के तहत जिले के राष्ट्रीय व राज्य राजमार्गो के किनारे स्थित बगैर शौचालय

By JagranEdited By: Published: Thu, 20 Jul 2017 01:02 AM (IST)Updated: Thu, 20 Jul 2017 01:02 AM (IST)
हाइवे के होटलों को शौचालय बनवाने का अल्टीमेटम
हाइवे के होटलों को शौचालय बनवाने का अल्टीमेटम

जामताड़ा : स्वच्छ भारत अभियान के तहत जिले के राष्ट्रीय व राज्य राजमार्गो के किनारे स्थित बगैर शौचालय के होटल, रेस्तरां को एक महीने के अंदर शौचालय बनाने का अल्टीमेटम यहां जिला प्रशासन ने दिया है। इस बाबत सभी छह प्रखंडों से गुजरने वाले इन राजमार्गो के होटल, ढाबे व रेस्तरां का सर्वे कार्य भी पूरा कर लिया गया है। सभी छह प्रखंडों के राज मार्गों की जांच में कुल 41 ढाबा, होटल व रेस्तरां मिले जिसमें से मात्र नौ में ही शौचालय की सुविधा थी। जांच में यह भी उजागर हो गया कि जब देश भर स्वच्छता का डंका बज रहा है और स्वच्छ वातावरण को घर-घर शौचालय के उपयोग की सीख दी जा रही है, होटल, ढाबों व रेस्तरां में राष्ट्रीय अभियान को माखौल बना कर रख दिया गया है।

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---क्यों पड़ी सर्वे की जरुरत : दरअसल स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण)के राज्य निदेशक राजेश कुमार शर्मा ने सभी उपायुक्त, डीडीसी को पत्र लिखकर मुख्यमंत्री के इस संदेश से अवगत कराया था कि केवल ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में शौचालय बनाने से ही झारखंड खुले में शौचमुक्त घोषित नहीं हो सकता। इसके लिए सभी राज मार्गो के किनारे होटल, ढाबा व रेस्तरां में भी शौचालय की सुविधा जरूरी है। ताकि सफर में शामिल यात्रियों को भी हर पांच किमी पर शौचालय की सुविधा मिल सके। इस बाबत सरकार ने सभी राजमार्गो का सर्वे करवाकर इसकी रिपोर्ट डीसी से तलब की थी। इस आदेश पर उपायुक्त सह जिला जल स्वच्छता समिति प्रकल्प के अध्यक्ष रमेश दूबे ने यहां प्रकल्प के समन्वय से जिले के सभी राज मार्गो का सर्वे कराया।

---प्रखंड से गुजरे राजमार्गो के अधिकांश होटल सुविधा विहीन : उपायुक्त के निर्देश पर जामताड़ा से मिहिजाम सीमा, फतेहपुर सीमा, नारायणपुर सीमा, नाला सीमा व कुंडहित सीमा तक राज मार्गो के होटलों की जांच की गई। जांच व सर्वे में प्रकल्प के शहरी समन्वयक रूबी कुमारी, ग्रामीण समन्वयक अनुज कुमार, जिला प्रेरक शिवनाथ चटर्जी शामिल थे। 41 होटलों व रेस्तरां में 32 में शौचालय की सुविधा नदारद थी। इक्का-दुक्का होटलों में तो शौचालय रहने क बावजूद वह केवल निजी उपयोग के लिए था। यात्रियों या ग्राहकों पर उपयोग की पाबंदी लगी दी। नाला, कुंडहित आदि प्रखंडों से गुजरे राजमार्गो के अधिकांश होटलों व ढाबों में शौचालय की कोई व्यवस्था नहीं थी। प्रकल्प के अधिकारियों ने सभी होटल संचालकों को महीने भर के अंदर शौचालय बनवाने का निर्देश दिया।

--क्या कहते हैं अधिकारी : जिला समन्वयक अनुज कुमार व रूबी कुमारी ने बताया कि उपायुक्त के निर्देश पर शौचालय विहीन सभी ढाबे, होटलों के संचालकों को हिदायत दी गई है कि वे इसी माह के अंदर शौचालय का निर्माण कर उसे यात्रियों व ग्राहकों के लिए उपयोग में लाएं। महीने भर बाद जांच में यदि शौचालय की सुविधा नहीं मिली तो प्रशासनिक कार्रवाई होगी।


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