ग्रामसभा भवन में बांधे जा रहे मवेशी
कुंडहित : सही स्थल पर सरकारी भवन नहीं बनने से उसकी दुर्गति क्या होती है, इसका नजारा कुंडहित प्रखं
कुंडहित : सही स्थल पर सरकारी भवन नहीं बनने से उसकी दुर्गति क्या होती है, इसका नजारा कुंडहित प्रखंड के गुंदलीडीह गांव में देखा जा सकता है। 17 लाख की लागत से बना भवन खंडहर में तब्दील हो गया है। वहां अब मवेशी बांधे जा रहे हैं। जबकि पांच वर्ष पूर्व वहां बड़े तामझाम से ग्रामसभा का मंडप बनाया गया था। सच तो यह भी है कि एनआरईपी की ओर से बनाए गए इस भवन का वास्तविक उपयोग एक दिन भी नहीं हो सका।
भवन बनाने का उद्देश्य था कि यहां पंचायतस्तरीय बैठक, प्रशिक्षणों आदि का आयोजन किया जाएगा। लेकिन मुख्यालय से करीब चार किमी. दूर गुंदलीडीह में भवन बनाए जाने के कारण इसका उपयोग नहीं हो सका। भवन निर्माण के समय इसके स्थल को लेकर विरोध जताया गया था लेकिन उसे दरकिनार कर प्रशासन ने भवन निर्माण करा दिया। जबरन निर्माण का नतीजा यह हुआ कि भवन का उपयोग एक दिन के लिए भी नहीं हो सका। फिलहाल उपयोगहीन अवस्था में पड़ा यह भवन टूटने लगा है। दो मंजिला इस भवन में लगी खिड़की और दरवाजे लोग निकाल कर ले जा रहे हैं। बहरहाल कुंडहित प्रखंड में लाखों की लागत से बना यह भवन पूरी तरह से खंडहर में बदल चुका है और सरकारी खर्च की उपयोगिता को भी मुंह चिढ़ा रहा है।