परिवार नियोजन योजना से लाभुकों को मोह भंग
संवाद सहयोगी, जामताड़ा : जिले में स्वास्थ्य विभाग की ओर से संचालित परिवार नियोजन योजना कार्यक्रम के
संवाद सहयोगी, जामताड़ा : जिले में स्वास्थ्य विभाग की ओर से संचालित परिवार नियोजन योजना कार्यक्रम के प्रति आमजनों का रूझान घटने लगा है। जबकि विभाग लाभुकों को प्रोत्साहन राशि व चिकित्सा सुविधा में लगातार बढ़ोत्तरी कर रही है। इसके बाद भी लोगों का इस योजना से मोह भंग होना एक साथ कई सवाल खड़ा कर रहा है। जिले में परिवार नियोजन की प्रगति पर एक नजर डालें तो कुछ ऐसा ही परिदृश्य देखने को मिलेगा । मालूम हो कि गत वर्ष 11-12 में 2849 महिलाओं का, 12-13 में 2874 महिलाएं, 13-14 में 1928 महिलाएं वही वर्ष 14-15 में जनवरी माह तक मात्र 7 सौ 54 महिलाओं का बंध्याकरण ऑपरेशन किया गया है। वहीं पुरुष नसबंदी में वर्ष 11-12 में 71, वर्ष 12-13 में 33, वर्ष 13-14 में 15 व वर्ष 14-15 के जनवरी माह तक 78 पुरुष नसबंदी करने में विभाग को सफलता मिली है। जबकि वर्ष 14-15 में स्वास्थ्य विभाग ने जिले में 4 हजार महिला बंध्याकरण व 650 पुरुष नसबंदी कराने का लक्ष्य निर्धारित किया है। जिसमें विभाग ने जनवरी तक 7 सौ 54 महिलाओं का बंध्याकरण व 78 पुरुष नसबंदी करने में ही सफल हो सका है। जो कि वार्षिक लक्ष्य के अनुपात में काफी कम है। चालू वित्तीय वर्ष के समाप्त होने में महज दो माह शेष बचा है और इन दो माह में 3250 बंध्याकरण तथा 572 पुरुष नसबंदी का लक्ष्य प्राप्त करना विभाग के लिए एक चुनौती से कम नहीं है। चालू वित्तीय वर्ष में कुंडहित प्रखंड अन्य प्रखंड की अपेक्षा महिला बंध्याकरण के मामले में सबसे आगे रहा। यहां चालू वित्तीय वर्ष में सर्वाधिक 251 महिला बंध्याकरण हुआ। जबकि नारायणपुर प्रखंड में मात्र 114 महिलाओं का बंध्याकरण करके सबसे फिसड्डी साबित हुआ। इसी प्रकार पुरुष नसबंदी में जामताड़ा प्रखंड ने अन्य प्रखंड की अपेक्षा सबसे अधिक 37 पुरुष व सबसे कम कुंडहित प्रखंड में मात्र 8 पुरुष नसबंदी हो पाया है।
वर्जन :
पुरुष नसबंदी व महिला बंध्याकरण कार्य जाड़े के मौसम में ही होता है। जाड़े का मौसम अब भी दो माह शेष है इसलिए सभी प्रखंड सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र को लक्ष्य पूर्ण करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही लक्ष्य प्राप्ति के लिए स्वास्थ्य केंद्रों में साप्ताहिक बंध्याकरण शिविर आयोजन करने का निर्देश दिया गया है। जबकि सदर अस्पताल में प्रतिदिन महिला बंध्याकरण करने का निर्देश दिया गया है।
- डॉ. बीके साहा, सिविल सर्जन जामताड़ा