पारा शिक्षकों के हित में अब तक विचार नहीं
संसू, नाला : प्रख्ाड के पारा शिक्षक अपनी मंागों को लेकर एक बार फिर आदोलन के मूड में दिख रहा है। लंबे समय से स्थायीकरण, मानदेय में बढ़ोतरी , सेवा नियमावली आदि मंागो को लेकर सड़क से सदन तक आदोलन करने के बावजूद उनकी मंागों पर सरकार गंभीरता पूर्वक विचार नहीं किए जाने के बाबत पुन: आदोलन के लिए तैयारी शुरू कर दी है। इस संबंध में पारा शिक्षक संघ के प्रख्ाड अध्यक्ष सजल कुमार मंडल, सचिव पुनु बाउरी, मलय कुमार माजि आदि ने बताया कि झारख्ाड में जो भी सरकारें शासन एवं सत्ता में आयी किसी ने पारा शिक्षकों के हित में विचार नहीं किया। कहा कि अपने वाजिब हक के लिए बार-बार अपनी मंागों को सरकार के समक्ष रखा लेकिन आज तक पारा शिक्षकों की समस्याओं के समाधान की दिशा में सार्थक पहल नहीं किया। कहा नियमावली में पेंच रहने के कारण एक साल से नियुक्तिप्रक्रिया को लटकाए रखा जिस कारण नियुक्ति पर रोक लग जाने से पारा शिक्षकों में मायूसी है। वर्तमान में पारा शिक्षक ही राज्य में शिक्षा की गाड़ी को खींच रहा है। कहा कि अपनी मागों को लेकर चरणबद्ध आंदोलन की रुप रेखा तय की गई है। आदोलन को सफल बनाने के लिए संपर्क अभियान, बैठक आदि की जा रही है। इनलोगों ने प्रख्ाड के सभी पारा शिक्षकों को आंदोलन सफल बनाने के लिए सीआरसी स्तर पर बैठक कर आंदोलन में भाग लेने को कहा।