मन में ही रह गयी छात्राओं की बात
जामताड़ा : मन की बात मन में ही रह गई। डीजीपी आपके द्वार कार्यक्रम में बुधवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सूबे के पुलिस महानिदेशक से अपनी बात कहने पहुंची छात्राओं को कुछ कहने का अवसर ही नहीं मिल सका। जिला पुलिस मुख्यालय में एसपी नागेंद्र चौधरी के नेतृत्व में वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए डीजीपी के समक्ष अपनी समस्या रखने के लिए स्थानीय महिला कॉलेज की दर्जनों छात्राएं उपस्थित हुई थी। गिरिडीह और रांची की समस्या सुनते हुए ही भोजन का समय हो गया। इसके बाद एक बार फिर कार्यक्रम शुरू हुआ पर इस दौरान भी जिले को मौका नहीं मिला। पुलिस अधीक्षक के साथ अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राजबली शर्मा, मुख्यालय डीएसपी एके चौधरी, पुलिस निरीक्षक एएन ठाकुर, थाना प्रभारी अजय कुमार सिंह, मीरा पाल, काली कुमार घोष, मुरारी भूषण सिंह पूरे दिन इंतजार में बैठे रह गए।
चाहिए सुरक्षा की गारंटी : छात्राओं को सुरक्षा को लेकर बात कहने की तमन्ना थी। मौके पर पहुंची छात्रा सुस्मिता कुमारी, उमा कुमारी, शहनाज खातून, लक्ष्मी पात्र, अंबिका दास, मुमताज बेगम, नुपूर दत्ता, सीमा कुमारी आदि ने कहा कि यह कार्यक्रम काफी बेहतर है। आज हमें भले ही मौका नहीं मिला पर इसके जरिए हम अपनी बात पुलिस के आला अधिकारियों तक पहुंचा सकते हैं। जब स्थानीय पुलिस अधिकारी बात पर ध्यान नहीं दें तो उस परिपेक्ष्य में यह एक बेहतर मंच साबित हो सकता है। यह कार्यक्रम अलग-अलग तिथि में अलग-अलग जिलों के लिए आयोजित किया जाए तो अच्छा होगा। सामाजिक कार्यकर्ता सलोनी हेम्ब्रम भी उपस्थित हुई। उन्होंने कहा कि मुझे घरेलू हिंसा और महिला प्रताड़ना पर अपनी राय देनी थी।