सुप्रीम कोर्ट के आदेश का नहीं हुआ पालन
संवाद सहयोगी, जामताड़ा : सुप्रीम कोर्ट के आदेश के दो वर्ष बाद भी जिले में संचालित दर्जनों विद्यालय में शौचालय एवं पेयजल की व्यवस्था बहाल नहीं हो सकी है। जिससे छात्रों को ही नहीं बल्कि रसोईया एवं शिक्षक को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बताते चलें कि जिले में 1200 विद्यालय संचालित है। जिसमें से 219 विद्यालयों में शौचालय कि सुविधा उपलब्ध नहीं है। वही गर्मी दस्तक दे चुका है इसके बाद भी जिले के 47 स्कूल में पेयजल की व्यवस्था नही है। वैसे स्कूली बच्चे या तो घर से पानी लेकर आते हैं या फिर स्कूल से दूर स्थित जल श्रोतों के सहारे अपना प्यास बुझाते है। इस संबंध में अभिभावक रहमान अंसारी, मनोज कुमार मंडल, अरजित पंडित, मो. मुस्तफा, मुन्ना पोद्दार, विपिन सिंह आदि ने बताया कि भले ही न्यायालय ने स्कूल में पेयजल एवं शौचालय उपलब्ध कराना अनिवार्य कर दिया हो लेकिन विभागीय उदासीनता के कारण संबंधित स्कूल के छात्र अब भी पेयजल एवं शौचालय से वंचित है।
जहां शौचालय-पेयजल नहीं, प्रखंड वार
प्रखंड शौचालय पेयजल
जामताड़ा 22 17
नारायणपुर 53 10
नाला 46 09
फतेहपुर 58 03
कुंडहित 17 07
करमाटांड़ 23 04
वर्जन
जिले के सभी विद्यालयों में शौचालय एवं पेयजल उपलब्ध कराने को शिक्षा विभाग सक्रिय कार्य कर रही है। शौचालय एवं पेयजल विहीन स्कूलों की सूची पीएचईडी को उपलब्ध कराते हुए शौचालय एवं पेयजल की व्यवस्था बहाल करने को कहा गया है।
- सियावर प्रसाद, जिला शिक्षा अधीक्षक, जामताड़ा