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अब छात्रों की होगी लाइफटाइम कॅरियर ट्रैकिंग

भादो माझी, जमशेदपुर : मैनेजमेंट स्कूल में बिजनेस मैनेजमेंट व ह्यूंमन रिसोर्स मैनेजमेंट की पढ़ाई

By JagranEdited By: Published: Tue, 28 Mar 2017 02:47 AM (IST)Updated: Tue, 28 Mar 2017 02:47 AM (IST)
अब छात्रों की होगी लाइफटाइम कॅरियर ट्रैकिंग
अब छात्रों की होगी लाइफटाइम कॅरियर ट्रैकिंग

भादो माझी, जमशेदपुर : मैनेजमेंट स्कूल में बिजनेस मैनेजमेंट व ह्यूंमन रिसोर्स मैनेजमेंट की पढ़ाई तो पुरानी बात हो गई, अब बी-स्कूल स्मार्ट मैनेजमेंट स्किल्स सिखाने की ओर आगे बढ़ रहे हैं।

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कम से कम एक्सएलआरआइ ने तो इस और कदम बढ़ा दिए हैं। इसके लिए संस्थान में 'मैनेजमेंट एडुकेशन रिसर्च सेंटर' शुरू की गई है, जिसमें मैनेजमेंट स्टूडेंट्स को पढ़ाई जाने वाले प्रबंधन की पारंपरिक पढ़ाई की विधा को और प्रखर बनाने के लिए तो रिसर्च किए ही जा रहे, खास यह है कि इसी रिसर्च सेंटर से मैनेजमेंट छात्रों के कॅरियर की सफलता-असफलता का प्रबंधन करने का 'फार्मूला' निकालने की भी कोशिश की जा रही है। ताकि इस फार्मूले से संस्थान भविष्य में भावी प्रबंधकों को यह तक बता सके कि अपने कॅरियर में बार-बार नौकरी बदलने वाले सफल होते हैं या फिर एक ही जगह टिक कर नौकरी करने वाले।

एक्सएलआरआइ जमशेदपुर के 'मैनेजमेंट एडुकेशन रिसर्च सेंटर' में इसके लिए तीन खास रिसर्च प्रोग्राम लांच कर दिए गए हैं। रिसर्च सेंटर के संयोजक डॉ. उदय दामोदरन की रिपोर्ट के मुताबिक इन तीनों रिसर्च प्रोग्राम के जरिए एक्सएलआरआइ के हाल में पास-आउट हुए छात्र व वर्षो पहले संस्थान से पास-आउट हुए पूर्व छात्रों के कॅरियर के उतार चढ़ाव व सफलता का आंकलन किया जाएगा। यही नहीं, बल्कि मौजूदा छात्रों की लाइफटाइम कॅरियर ट्रैकिंग भी की जाएगी, ताकि उनके कॅरियर बदलने (नौकरी को संस्थान बदलने) की प्रवृति या एक ही संस्थान में डटे रहने की स्थितियों में उनके सफलता का आंकलन किया जा सके।

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कॅरियर बदलने पर फोकस होगा पूर्व छात्रों पर होने वाला रिसर्च

संस्थान के अलुमिनी, यानी पूर्व छात्रों पर भी यह रिसर्च किया जा रहा है। इसमें वर्षो पूर्व संस्थान से पास-आउट होकर बड़़े-बड़े पदों पर रहने वाले वैसे पर्व छात्रों के कॅरियर जर्नी (नौकरी के सफर) पर फोकस कर रिसर्च किया जा रहा है, जिन्होंने अपने कॅरियर में कई कॅरियर स्विच, यानी एक नौकरी से दूसरी नौकरी में जंप किया।

रिसर्च में ऐसे छात्रों से संस्थान यह इनपुट लेगा कि इन्होंने अपने कॅरियर में नौकरियां क्यों बदली? क्या नौकरी बदलने से इन्हें लाभ मिला या नुकसान हुआ? किन स्थितियों में नौकरी बदलनी पड़ी? किसी एक संस्थान में नौकरी का एवरेज टेन्योर (औसत कार्यकाल) कितने वर्षो का रहा? उन्होंने अपने कॅरियर को कैसे ऊंचाइयों की ओर पहुंचाया? इस इनपुट से यह निचोड़ निकाला जाएगा कि भविष्य में मैनेजमेंट करने वाले छात्रों के कॅरियर को ऊंचाई की ओर ले जाने के लिए क्या फार्मूला काम करेगा।

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60 छात्रों की होगी लाइफटाइम कॅरियर ट्रैकिंग

एक्सएलआरआइ के पीजीडीएम (बीएम), एचआरएम, पीजीडीएम (जीएम) व पीजीडीएम ग्लोबल बिजनेस मैनेजमेंट के 60 छात्रों ने 'मैनेजमेंट एडुकेशन रिसर्च सेंटर' को अपने कॅरियर की लाइफटाइम ट्रैकिंग, यानी जीवनपर्यत उनके कॅरियर को ट्रैक (टटोलने) की अनुमति दे दी है। रिसर्च सेंटर संस्थान के इन 60 छात्रों के कॅरियर शुरू करने से लेकर उनके नौकरी बदलने, प्रमोशन मिलने, तबादला होने जैसी बिंदुओं पर लगातार निगाह बनाए रखेगा।


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