49.60 लाख की जालसाजी में महिला समेत तीन गिरफ्तार
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर: बिष्टुपुर सीएच एरिया निवासी पवन कुमार पोद्दार के फर्म हरिओम स्पेल्ट
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर:
बिष्टुपुर सीएच एरिया निवासी पवन कुमार पोद्दार के फर्म हरिओम स्पेल्टर्स प्राइवेट लिमिटेड के एकाउटेंट आदित्यपुर मांझी टोला निवासी नवीन कुमार साव ने अपनी बहन नीलम कुमारी, कदमा निवासी अमित कुमार श्रीवास्तव व आदित्यपुर हाउसिंग रोड के राकेश उर्फ कश्यप के साथ मिलकर कंपनी की बैंक आफ बड़ौदा की साकची शाखा के खाते से 49.60 लाख रुपये का आरटीजीएस कर इसे बैंक ऑफ इंडिया के फर्जी खाते में ट्रांसफर करा लिया। इस बीच कंपनी मालिक की पुष्ट सूचना और पुलिस की त्वरित कार्रवाई के कारण उपरोक्त आरोपी पूरी रकम बैंक से निकासी करने में असफल रहे। आरोपी नौ लाख 60 हजार रुपये की ही निकासी कर सके। पुलिस ने कदमा के अनिल सूर पथ स्थित श्रीनाथ रेजीडेंसी निवासी अमित कुमार श्रीवास्तव को छोड़ बाकी सभी आरोपियों को फौरन दबोच लिया। इनके पास से दो लाख रुपये नगद और सात मोबाइल बरामद किए गये। निकासी किए गए बाकी रकम अमित कुमार श्रीवास्तव के पास होने की जानकारी दी गई जो पुलिस गिरफ्त से फरार है। उसके पास पांच लाख रुपये है। कुछ रकम सरिया वाले को भुगतान किया गया था। राकेश उर्फ अंकित कश्यप ने बताया कि उसे बताया गया था कि ठगी की रकम की आठ फीसद दिया जायेगा। वहीं पुलिस ने 40 लाख रुपये बैंक में फ्रिज करा दिया। यह जानकारी वरीय पुलिस अधीक्षक अनूप टी मैथ्यू ने पत्रकारों को बुधवार को अपने कार्यालय में दी। इस मौके पर सिटी एसपी और सिटी डीएसपी अनिमेष नैथानी उपस्थित थे।
एसएसपी ने बताया कि पवन कुमार पोद्दार बिष्टुपुर सर्किट हाउस एरिया के रहने वाले है और व्यापारी है। कार्यालय में चेक जारी करने का कार्य सहायक एकाउंटेंट नवीन कुमार साव करते है। कंपनी का बैक एकाउंट बैक आफ बड़ौदा, साकची शाखा में है। 23 मई को उन्होंने कार्यालय के प्रधान एकाउटेंट रामेश्वर प्रधान से पूछा कि आरटीजीएस नेट बैकिंग के तहत कोई चेक आया या फिर भेजा गया है क्या। एकाउटेंट ने जांच कर बताया कि एक आरटीजीएस आया है और दूसरा चेक एके कंस्ट्रक्शन कंपनी के खाते में ट्रांसफर किया गया है। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई चेक ट्रांसफर नहीं किया गया है सहायक एकाउटेंट नवीन कुमार साव से पूछताछ की तो उसने बताया कि नहीं ऐसा नहीं हुआ है। आगे उसने कुछ नहीं बताया। पता चल गया कि सहायक एकाउटेंट ने ही उलटफेर किया है। कारण एकाउंट में कितना रुपया है इसकी जानकारी उसे ही होती थी। वे अपने स्तर से मामले की जांच करते रहे पता कि जिस खाते में रुपये ट्रांसफर हुआ है वह बिष्टुपुर के टाटा स्टील स्थित बैक आफ इंडिया शाखा का है। उसी दिन इसकी जानकारी व्यापारी ने उन्हें दी। डीएसपी अनिमेश नैथानी ने जांच शुरु की। नवीन कुमार साव को आदित्यपुर से गिरफ्तार किया गया। उसने सबकुछ उगल दिया। बताया कि उसकी बहन नीलम कुमारी जो अमित कुमार श्रीवास्तव के यहां कार्य करती है। कंपनी का चेक चुराकर उसने अपनी बहन को हस्ताक्षर कर दिया। बहन और उसके सहयोगियों ने एके कंस्ट्रक्शन नामक फर्म से बैंक में जमा कर रुपया ट्रांसफर करा लिया। बैंक से पूरी राशि निकासी करनी थी, लेकिन संयोगवश उस दिन बैेंक में इतनी रकम नहीं थी सो नौ लाख साठ हजार रुपये की निकासी की गई।
पवन कुमार पोद्दार की मोबाइल ही बंद करा दी थी जालसाजी करने वालों ने
जमशेदपुर : नेट बैंकिग में खाते के लेन-देन करने वालों का मोबाइल पर संदेश पहुंच जाता है। पवन कुमार की पोद्दार की कंपनी की चेक जब दूसरे फर्म के नाम से 23 मई को ट्रांसफर कर दिया गया। उस दिन रुपये की निकासी होने तक पवन कुमार पोद्दार की मोबाइल नंबर को ही मोबाइल कंपनी से सेटिंग-गेटिंग कर बंद करा दी गई ताकि उस तक रुपये निकासी का संदेश फौरन नहीं पहुंच पाये। दो-तीन घंटे तक अचानक मोबाइल बंद होने पर व्यापारी ने मोबाइल कंपनी एयरटेल से संपर्क किया। तो कहा गया कि बिल बकाया होगा उन्होंने कहा कि कोई बकाया नहीं है इस पर कंपनी के कर्मचारी ने कहा कि देखते है। फोन कुछ समय बाद शुरु हो गया और रुपये निकासी होने का संदेश आते गया। तब व्यापारी परेशान हो गए। एसएसपी ने बताया कि एयरटेल कर्मियों की गतिविधि की जांच की जाएगी आखिर मोबाइल की सर्विस किसके कहने पर बंदी की गई थी।