'स्ट्राइगर ऑफ' का असर, काम पर पहुंचे मात्र 17 कर्मचारी
जमशेदपुर : टाटा मोटर्स प्लांट थ्री के कैब एंड क्वायल डिवीजन में 'स्ट्राइगर ऑफ' को लेकर श्
जमशेदपुर : टाटा मोटर्स प्लांट थ्री के कैब एंड क्वायल डिवीजन में 'स्ट्राइगर ऑफ' को लेकर शुरू हुआ विवाद थमा नहीं है। तीन सप्ताह बाद भी रविवार को स्ट्राइगर ऑफ (रविवार को काम के एवज में दूसरे दिन अवकाश मिलना) का असर दिखने को मिला। यहां के '2510-फेब्रिकेशन लाइन' में 140 मजदूरों को काम पर बुलाया गया था। इनमें से 17 कर्मचारियों की ही उपस्थिति रही। इस कारण 130 की जगह मात्र 10-12 गाड़ियां ही बन सकीं। गौरतलब हो कि बीते दिनों से रविवार को काम नहीं करने को लेकर ही प्रबंधन व कर्मचारियों के बीच ठनी हुई है। इसके बाद यूनियन के साथ हुए समझौते के मुताबिक कर्मियों को रोटेशन के आधार पर रविवार को काम करने पर सहमति बनी थी। वहीं पहले रविवार को काम कराने के एवज में अतिरिक्त पैसे मिलते थे, जो बंद कर दिया गया है। अब रविवार को काम कराने के एवज में दूसरे दिन साप्ताहिक अवकाश मिलेगा। उधर, स्ट्राइगर ऑफ पर अब यूनियन नेता भी चुप्पी साधे हुए हैं। इनका कहना है कि मांग में आई वृद्धि से स्ट्राइगर ऑफ कराया जा रहा है, जो ज्यादा दिनों तक नहीं चलेगा।