सच्चाई का पता लगाने से हिचक रही पुलिस
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : राउरकेला सिविल टाउनशिप पानपोष निवासी एमबीए के छात्र अंकुश ठ
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : राउरकेला सिविल टाउनशिप पानपोष निवासी एमबीए के छात्र अंकुश ठाकुरता की मौत बिष्टुपुर डायगनल रोड स्थित निर्माणाधीन अपार्टमेंट की बेसमेंट में कैसे और किस परिस्थिति में हुई ? घटना के 24 घंटे बाद भी में तस्वीर साफ नहीं हो पाई है। अस्वाभाविक मौत का मामला दर्ज कर पुलिस ने कर्त्तव्य की इतिश्री कर ली। पोस्टमार्टम के बाद अंकुश का शव परिजन राउरकेला ले गए। वहीं आला पुलिस अधिकारियों ने भी शहर में बाहरी छात्र के मौत मामले में दिलचस्पी लेना उचित नहीं समझा। जबकि अंकुश विगत 15 दिन से बिष्टुपुर में रहकर टेल्को कॉलोनी एचडीएफसी बैंक में मानव संसाधन का प्रशिक्षण ले रहा था। बिष्टुपुर इंस्पेक्टर ने बताया पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं मिली है।
घटना जहां हुई, उसके आस-पास और बाजार में रात में सोने वाला हर कोई जानता है कि शुक्रवार रात 12 बजे डायगनल रोड में क्या हुआ था। 15-20 की संख्या में भीड़ किन चार युवकों के साथ मारपीट कर रही थी। युवकों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा जा रहा था। चार युवकों में एक युवक अंकुश ठाकुरता भी था। भीड़ को भारी पड़ता देख अंकुश को छोड़ उसके तीन सहयोगी भाग निकले। अकेला अंकुश भीड़ से मुकाबला करते-करते थक गया। बचने के लिए वह निर्माणाधीन अपार्टमेंट की ओर भागा। वहां तक भीड़ ने उसे खदेड़ा। वह पकड़ा गया। उसके साथ मारपीट की जाती रही। शनिवार सुबह वह बेसमेंट में मृत पाया गया। उसके हाथ और मुंह के पास गहरे चोट थे।
बिष्टुपुर बाजार के एक चर्चित होटल में गए थे चार युवक
बिष्टुपुर बाजार के एक चर्चित होटल है, जहां अवैध रूप से शराब पिलाई जाती है। पुलिस वहां दिखावे के लिए छापेमारी भी करती है, लेकिन संचालक कभी पकड़ा नहीं जाता। इसी होटल में अंकुश ठाकुरता अपने तीन सहयोगियों के साथ शुक्रवार रात गया था। वहां पार्टी चली। सभी पौने 12 बजे के करीब वहां से हो-हंगामा करते हुए निकले। तीनों तिलक पुस्तकालय तक पहुंचे। तभी और शराब पीने का मन हुआ। अधिक रात होने के बाद शराब दुकान बंद हो चुकी थी। डायगनल रोड की चर्चित शराब दुकान जहां रात तक भीड़ लगती है, वहां जाकर वे शराब की मांग करने लगे। शराब नहीं मिली तो गाली-गलौज करने लगे। इसी पर भीड़ की युवकों की झड़प हो गई। शराब दुकान के लोग और होटल में काम करने वालों ने युवकों पर हमला बोल दिया। तीन युवक भाग निकले। अंकुश पकड़ा गया।
कराटे में ब्लैक बेल्ट हासिल था
अंकुश ठाकुरता माता-पिता की इकलौती संतान थी। पिता की मौत के बाद भी मां ने उसे पढ़ाई के लिए गाजियाबाद के प्रतिष्ठित एमबीए संस्थान में भेजा था। इस बीच उसे प्रशिक्षण लेने को एचडीएफसी बैंक, जमशेदपुर आना पड़ा। वह कराटे में ब्लैक बेल्ट हासिल किया था।
मां ने अंकुश को शुक्रवार रात 10 बजे किया था फोन
अंकुश की मां संगीता ठाकुरता राउरकेला के पानपोष में एसबीआइ बैंक में कार्यरत है। अंकुश को उन्होंने शुक्रवार रात 10 बजे फोन कर यह पूछा था कि वह कहां है। जवाब में अंकुश ने कहा था कि वह कमरे में है लेकिन वह कमरे में नहीं था। अंकुश बिष्टुपुर गुरुद्वारा बस्ती में रानीकुदर निवासी नइम खान के मकान में किराये पर रहता था। उसकी मौत की जानकारी पर नइम खान भी रविवार को पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे थे।
भतीजे के साथ हुआ गलत : चाचा
अंकुश ठाकुरता की मौत की जानकारी पर राउरकेला से शहर पहुंचे उसके चाचा आशीष और अरूण ठाकुरता ने बताया कि उसके साथ कुछ गलत हुआ है। मारपीट कर हत्या किए जाने का संदेह व्यक्त किया।
सहयोगियों से पूछताछ में सत्यता आएगी सामने
अंकुश के साथ उसके तीन सहयोगी साथ थे जिनका कोई अता-पता नहीं चल पाया है। बिष्टुपुर इंस्पेक्टर ने बताया सहयोगियों से पूछताछ से घटना की सत्यता सामने आ जाएगी। शुक्रवार को जो मारपीट होने की सूचना मिल रही है, उसका अंकुश की मौत मामले से जुड़ाव नहीं है।