प्लास्टिक के कचरे से बनेंगी झारखंड की सड़कें
सुधीर पांडेय, जमशेदपुर : जमशेदपुर में प्लास्टिक के कचरे से बनी सड़कें अब पूरे राज्य के लिए
सुधीर पांडेय, जमशेदपुर : जमशेदपुर में प्लास्टिक के कचरे से बनी सड़कें अब पूरे राज्य के लिए नजीर बन गई हैं। झारखंड सरकार ने तय किया है जमशेदपुर की तर्ज पर राज्य की सभी ग्रामीण सड़कें प्लास्टिक वेस्ट(कचरा) का प्रयोग कर बनाई जाएंगी। सड़क निर्माण के लिए प्लास्टिक वेस्ट की आपूर्ति टाटा स्टील की सब्सिडियरी कंपनी जुस्को करेगी। इसके लिए झारखंड स्टेट रुरल रोड डेवलपमेंट अथॉरिटी (जेएसआरआरडीए) के चीफ इंजीनियर विजयकांत सिंह ने जुस्को के पर्यावरण प्रबंधक गौरव आनंद को पत्र लिखकर सहयोग मांगा है। गौरव आनंद ने बताया कि हम लोगों ने वेस्ट प्लास्टिक का इस्तेमाल कर शहर में कई सड़कें बनाई हैं। कुछ दिनों पहले जेएसआरआरडीए की एक टीम ने शहर आकर इन सड़कों का अवलोकन किया था। पर्यावरण के अनुकूल इन सड़कों को देखकर टीम काफी उत्साहित हुई थी। अब जेएसआरआरडीए प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत बनने वाली सड़कों में इस तकनीक को अपनाना चाहती है। विभाग के चीफ इंजीनियर ने अपनी इच्छा से अवगत कराते हुए उनसे सहयोग मांगा है। वेस्ट प्लास्टिक की व्यवस्था करने के लिए भी जुस्को से ही कहा गया है। यहां बता दें कि भारत में मुख्य तौर पर तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ में ही वेस्ट प्लास्टिक का इस्तेमाल कर सड़कें बनाई जा रही हैं। अब झारखंड ने भी इस दिशा में कदम आगे बढ़ाया है।
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टिकाऊ होती प्लास्टिक वेस्ट से बनी सड़क : गौरव
जुस्को के पर्यावरण प्रबंधक गौरव आनंद ने बताया कि वेस्ट प्लास्टिक से बनी सड़कें पर्यावरण के अनुकूल होती हैं। ये सड़कें वेस्ट प्लास्टिक, अलकतरा व गिट्टी का प्रयोग कर बनाई जाती हैं। वेस्ट प्लास्टिक के इस्तेमाल से सड़क निर्माण की खर्च लागत प्रति किलोमीटर 40 से 45 हजार रुपए कम आती है। ये सड़कें वाटरप्रूफ होने की वजह से साधारण अलकतरा सड़क के मुकाबले दोगुना से ज्यादा टिकाऊ होती हैं।