90 फीसद तक झुलसी, फिर भी हो रहा सुधार
संवाद सहयोगी, जमशेदपुर : 90 फीसद झुलसी युवती की स्थिति में लगातार हो रहे सुधार देख चिकित्सक भी ह
संवाद सहयोगी, जमशेदपुर : 90 फीसद झुलसी युवती की स्थिति में लगातार हो रहे सुधार देख चिकित्सक भी हैरान हैं। 35 दिनों से एमजीएम के बर्न वार्ड में भर्ती युवती को बचाने के लिए चिकित्सक जी-जान से जुटे हुए है लेकिन दुखद यह है कि दवा खरीदने के लिए उसके पास रुपये नहीं हैं।
चाईबासा स्थित बड़ा बजार निवासी रिजवान खातून की 14 वर्षीय पुत्री खुशनुमा परवीन 18 फरवरी को स्टोव फटने से झुलस गई थी। इसके बाद उसे एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया। बर्न विभाग के डॉ. ललति मिंज ने बताया कि 90 फीसद झुलसी युवती 35 दिन तक जिंदा है, यह हैरान करने वाली स्थिति है। यही नहीं उसकी हालत में लगातार सुधार भी हो रही है, जिसे देखकर पूरी टीम जुटी हुई है। लेकिन अब उसकी इलाज में पैसा बाधा बन रहा है। युवती को जिस दवा की आवश्यकता है, वह एमजीएम में मौजूद नहीं है। ऐसे में परिजनों को दवा बाहर से खरीदना पड़ेगा। उसकी मां सब्जी बेचकर किसी तरह घर के लोगों की पेट पालती है। पिताजी का निधन दो वर्ष पूर्व ही हो चुका है। ऐसे में युवती की मां दवा खरीदने में असमर्थ है और वह दर-दर भटक रही है।
डॉ. ललित मिंज ने बताया कि युवती की इलाज के लिए एल्बूमिन (प्रोटीन) व सिंथेटिक स्किन दवा की आवश्यकता है। यह दवा अस्पताल में मौजूद नहीं है, ऐसे में इसे बाहर से खरीदने पड़ेंगे। इसपर करीब पचास हजार खर्च बताए जा रहे है। अगर युवती की जान बच जाती है तो यह बड़ी उपलब्धि होगी।