किराया प्रतिदिन साढ़े तेरह हजार सुविधा के नाम पर मिलता है ठेंगा
कहने को तो टाटानगर स्टेशन ए-1 कैटेगरी में शुमार है, लेकिन स्टेशन पर यात्री सुविधाओं का घोर अभाव है।
जमशेदपुर [मनोज कुमार सिंह]। कहने को तो टाटानगर स्टेशन ए-1 कैटेगरी में शुमार है, लेकिन स्टेशन पर यात्री सुविधाओं का घोर अभाव है। रेलवे को प्रतिदिन साढ़े तेरह हजार रुपये किराया देने वाला एक नंबर प्लेटफार्म पर स्थित केएमए फूड ट्रैक का संचालक अधिकारियों की उदासीनता से परेशान है। यहां पिछले छह माह से पानी रिसने के कारण रेस्टोरेंट के कर्मचारी से लेकर भोजन का लुप्त उठाने पहुंचने वाले यात्री परेशान हैं।
स्टेशन के एक नंबर प्लेटफार्म पर स्थित शौचालय पिछले 25 दिनों से बंद है। सुंदरीकरण के नाम पर दूसरे मंजिल पर स्थित रिटायररिंग रूम को चार माह के लिए बंद कर दिया गया है। सामान्य टिकट बुकिंग काउंटर व आरक्षण केंद्र को एक साथ कर दिये जाने से बुकिंग क्लर्क से लेकर यात्री तक परेशान है। सेकेंड एंट्री गेट तक जाने के लिए फूट ओवर ब्रिज का निर्माण पिछले चार वर्षों से चल रहा है। स्टेशन पर आने-जाने वाले यात्रियों पर नजर रखने के लिए लगे कई सीसीटीवी कैमरे खराब हो चुके हैं। इन्हें दुरुस्त करने के बजाए स्टेशन के अधिकारी मंडल को सूचित कर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं।
गिरा फाल्स सिलिंग
बीते मंगलवार को टाटानगर स्टेशन स्थित फूड ट्रैक का फाल्स सिलिंग पानी के रिसाव के कारण गिर गया। गनीमत रही कि जिस समय फाल्स सिलिंग गिरा उस दौरान वहां कोई कर्मचारी नहीं था। नहीं तो हादसा हो सकता था। फूड ट्रैक के एक कोने में पिछले छह माह से पानी का रिसाव हो रहा है। संचालक द्वारा इसकी लिखित से लेकर मौखिक शिकायत कई बार की गई मगर आश्वासन के सिवा आज तक इसका समाधान नही निकाला गया, जबकि संचालक द्वारा बिजली व पानी को छोड़ रोजाना रेलवे को साढ़े तेरह हजार के हिसाब से किराए का भुगतान किया जाता है।
टपक रहा गंदा पानी
पानी का रिसाव एक कोने से बढ़कर रेस्टोरेंट के हर भाग में पहुंच चुका है। रेस्टोरेंट में पिछले दो सप्ताह से किचन से लेकर यात्री के बैठने के लिए लगे कुर्सी व टेबुल पर गंदा पानी टपक रहा है। किचन में पानी टपकने के कारण खाना तक दूषित हो रहा है। पानी में भिगनें के कारण पिछले एक सप्ताह में रेस्टोरेंट में लगा कई बल्ब तक खराब हो चुका है साथ ही खाने-पीने के कई सामान तक बेकार हो चुके है। पानी के रिसाव को दुरुस्त करने के बजाए रेलवे चुप्पी साधे हुए है। रेलवे के इस रवैये से परेशान संचालक ने स्टॉल को बंद करने की चेतावनी दी है। संचालक का कहना है कि पानी का रिसाव दूसरे मंजिल स्थित कैंटिन के किचन से हो रहा है।
इंजन में बैठकर टाटानगर रेलवे स्टेशन पहुंचे सीसीएम
दक्षिण पूर्व रेलवे के चीफ कॉमशियल मैनेजर-पैंसेजर र्सिवस (सीसीएमपीएस) हावड़ा से गीतांजलि एक्स्प्रेस के इंजन में सवार होकर टाटानगर स्टेशन पहुंचे। इस दौरान उन्होंने ट्रेन सही से चला रही है या नहीं, सही से सिग्नल चेंज हो रहा या नहीं, रेलवे के नियम का सही से पालन हो रहा या नहीं, फाटक बंद है या नहीं, ट्रेन को जितना स्पीड में चलाना है उतनी स्पीड चलाया जा रहा है या नहीं, इसकी जांच की। इसके साथ ही उनके द्वारा टाटानगर रेलवे स्टेशन में यात्रियों को मिल रही सुविधाओं को देखने के साथ ही यहां के शौचालय, कैंटीन सहित अन्य जगहों को देखा गया। रात्रि में सीसीएम मुंबई मेल के इंजन पर बैठकर जांच करते हुए राउलकेला के लिए रवाना हुए।
स्कैनर का ट्रायल
टाटानगर स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए रेलवे की ओर से पोर्टकिों में लगा स्कैनर का ट्राइल मंगलवार को किया गया। दो दिनों के ट्राइल के बाद मशीन से यात्रियों के समानों की स्कैनिंग की जाएगी। ट्राइल के बाद मशीन को ढक कर रख दिया गया है। स्कैनर के लगने से स्टेशन की सुरक्षा में बढ़ोतरी हुई है।