कवि काजी नजरूल की मनी पुण्यतिथि
काजी नजरूल इस्लाम की 118वीं जयंती लालडीह स्थित माटी कला भवन परिसर में मनाई गई। मौके पर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित की गई।
By JagranEdited By: Published: Sat, 27 May 2017 02:48 AM (IST)Updated: Sat, 27 May 2017 02:48 AM (IST)
घाटशिला : काजी नजरूल इस्लाम की 118वीं जयंती लालडीह स्थित माटी कला भवन परिसर में मनाई गई। मौके पर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित की गई। मौके पर जगदीश भकत ने कहा कि काजी नजरूल इस्लाम एक विप्लवी कवि थे। स्वतंत्रता आंदोलन में कविता के माध्यम से देशप्रेम के लिए आंदोलन के लिए प्रेरित किया था। काजी का जन्म बंगाल में हुआ था। बंगलादेश के राष्ट्रीय कवि को भारत में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। इस अवसर पर साधुचरण पाल, नील कमल महतो, हीरा लाल सोरेन, संदीप परिदा, रामकृष्ण भकत, मंगल ¨सह, कंचन भकत, काला चंद सरकार, अजीत कुमार राय, मदन दलाई, भागीरथी प्रसाद सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
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