उम्र 55 के बाद प्रोस्टेट कैंसर का खतरा : डॉ. अमित
संवाद सहयोगी, जमशेदपुर : प्रोस्टेट कैंसर पुरुषों को होता है। ये कैंसर प्राथमिक स्थिति (शुरुआती
संवाद सहयोगी, जमशेदपुर : प्रोस्टेट कैंसर पुरुषों को होता है। ये कैंसर प्राथमिक स्थिति (शुरुआती दौर) में पता चल जाए तो, निश्चित रूप से ठीक किया जा सकता है। इसके प्रति लोगों को जागरुक होने की जरुरत है। अधिकांश लोग अंतिम स्टेज में इलाज कराने पहुंचते है। उक्त बातें शनिवार को टाटा मेहरबाई कैंसर अस्पताल के डॉ. अमित कुमार ने कहीं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) की ओर से साकची स्थित आइएमए हॉल में कैंसर रोग पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया। इस दौरान डॉ. अमित कुमार ने बताया कि प्रोस्टेट कैंसर 55 साल के ज्यादा उम्र के पुरुषों में अधिक होने का खतरा रहता है। डॉ. अमित कुमार ने बताया कि प्रोस्टेट एक ग्रंथि है। ये वो द्रव्य बनाती है, जिसमें शुक्राणु होते है। प्रोस्टेट मूत्राशय के नीचे स्थित होता है, जिसका आकार अखरोट जैसा होता है। प्रोस्टेट कैंसर का मुख्य लक्षण बार-बार पेशाब जाना, खासकर रात में, पेशाब करने में दिक्कत होना, रुक-रुककर पेशाब होना सहित अन्य शामिल है। प्रोस्टेट कैंसर की जांच के लिए प्रोस्टेट स्पेसिफिक एंटीजन (पीएसए) का टेस्ट किया जाता है। ये शरीर का एक रसायन होता है, जिसका स्तर ज्यादा हो तो प्रोस्टेट कैंसर की संभावना ज्यादा होती है। इस अवसर पर आइएमए के अध्यक्ष डॉ. उमेश खां, सचिव डॉ. मृत्युंजय सिंह, डॉ. एबी बलसारा, डॉ. एसी अखौरी, डॉ. वनिता सहाय, डॉ. अभय, डॉ. मनवीर सिंह सहित अन्य चिकित्सक उपस्थित थे।