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ओटीपी से सरकारी अनाज की हेराफेरी का खेल

नंबर गेम के लिए -1155 जनवितरण प्रणाली के दुकानदार हैं पूर्वी सिंहभूम जिले में -1000 से ज्यादा

By JagranEdited By: Published: Mon, 24 Apr 2017 02:47 AM (IST)Updated: Mon, 24 Apr 2017 02:47 AM (IST)
ओटीपी से सरकारी अनाज की हेराफेरी का खेल
ओटीपी से सरकारी अनाज की हेराफेरी का खेल

नंबर गेम के लिए

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-1155 जनवितरण प्रणाली के दुकानदार हैं पूर्वी सिंहभूम जिले में

-1000 से ज्यादा दुकानदार मोबाइल पर ओटीपी के जरिए कर रहे अनाज का उठाव

-50 हजार रुपये तक के अनाज की हेराफेरी कर रहा एक दुकानदार

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : जिले में खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत मोबाइल पर ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) के जरिए अनाज वितरण में घपले का खेल चल रहा है। सरकार डाल-डाल तो राशन दुकानदार पात-पात चल रहे हैं।

जिले में 1155 पीडीएस दुकानदारों में से 1000 से ज्यादा दुकानदार मोबाइल पर ओटीपी के जरिए अनाज उठाव कर रहे हैं और राशन कार्ड धारकों को इसका पता तक नहीं चल रहा है।

आपूर्ति विभाग के सूत्रों के अनुसार एक दुकानदार कम से कम 100 ओटीपी कर रहे हैं और इससे 50 हजार रुपये तक के अनाज की हेराफेरी हो रही है। इस तरह, जिले में खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत हर महीने पांच करोड़ रुपये तक की चपत सरकार को लग रही है। माना जा रहा है कि अगर जिला आपूर्ति विभाग ओटीपी करने वाले दुकानदारों की जांच करा दे तो एक बड़ा घोटाला सामने आ सकता है।

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क्या है ओटीपी का खेल

जिले में तकरीबन एक लाख राशन कार्ड नहीं बंटे हैं। सूत्रों की मानें तो इन राशन कार्डो को जनवितरण प्रणाली के दुकानदार दबा कर रखे हुए हैं। हर दुकानदार के पास ऐसे 100 के करीब राशन कार्ड हैं। दुकानदारों ने इनके अलग-अलग सिम लेकर इनके नंबरों को राशन कार्ड से जोड़ लिया है। इन्हीं राशन कार्डो पर ओटीपी के जरिए अनाज उठाव का फर्जीवाड़ा हो रहा है। नियम है कि जिन राशन कार्ड धारक का ई पोस मशीन पर अंगूठा रखने पर बायोमेट्रिक निशान नहीं उभरता है, ऐसे राशन कार्ड धारकों के मोबाइल पर ओटीपी भेज कर उन्हें अनाज दिया जाए। जनवितरण प्रणाली के दुकानदार इसी नियम का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। संबंधित राशन कार्ड में दर्ज मोबाइल नंबर के डालते ही विभाग का साफ्टवेयर एक ओटीपी भेजता है। ओटीपी मशीन में डालने पर अनाज उठाव हो जाता है। यही नहीं कई मामलों में तो बिना ओटीपी के ही मोबाइल के जरिए अनाज उठाव हो रहा और राशन कार्ड धारक को इसका पता तब चलता है जब उसके मोबाइल पर अनाज उठाव का मैसेज जाता है।

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बिना अनाज लिए तीन महीने से आ रहे मैसेज

गोलमुरी के 10 नंबर बस्ती के रहने वाले एक सज्जन का गलती से अंत्योदय राशन कार्ड बन गया है। वह इस कार्ड को रद कराना चाहते हैं। लेकिन, इधर तीन महीने से वह परेशान हैं। उनके मोबाइल पर फरवरी, मार्च और अप्रैल से लगातार मैसेज आ रहा है कि उन्होंने हर महीने 35-35 किलो चावल का उठाव किया है। जबकि, उन्होंने अब तक कोई पीडीएस दुकान तक नहीं देखी। मोबाइल पर पाम आयल, चीनी व दाल का भी मैसेज आया है।

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कोट

ओटीपी के जरिए हेराफेरी की शिकायत अब तक जिला आपूर्ति को नहीं मिली है। अगर इस तरह की शिकायत आती है तो जांच कराई जाएगी।

बिंदेश्वरी ततमा, एसओआर

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तीन महीने में बांट दें सफेद राशन कार्ड

एसओआर बिंदेश्वरी ततमा ने सभी मार्केटिंग आफिसर और प्रखंड आपूर्ति अधिकारियों को आदेश दिया है कि वह तीन दिन के अंदर सारे सफेद राशन कार्ड बांट दें। उन्होंने बताया कि अप्रैल माह में राशन कार्ड धारकों को दो लीटर केरोसिन आयल मैनुअल दिया जाएगा। अगले महीने से ई पोस मशीन के जरिए वितरण लागू हो सकता है।


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