पटमदा में फसल रौंद रहा हाथियों का झुंड
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : गजराजों के लिए संरक्षित दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी में पश्चिम बंगाल से ह
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : गजराजों के लिए संरक्षित दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी में पश्चिम बंगाल से हाथियों का आना जारी है। बंगाल से दलमा आने के दौरान हाथियों का झुंड रास्ते में फसलों को रौंदते हुए जंगल की ओर जा रहे हैं। इससे क्षेत्रीय ग्रामीण दहशत में हैं।
पटमदा-बोड़ाम क्षेत्र के दर्जनों गांव के किसान परेशान हैं। अब तक हाथियों ने पगदा, लायलम, पुनसा, बांधडीह, गेरूआ, बोटा में उत्पात मचा रखा है। मंगलवार से 17 हाथियों का झुंड पगदा गांव के जंगल में डेरा जमा रखा है। गजराजों का दल बुधवार को भी वहीं डटा रहा। हाथी ने आलू व गेहूं की फसल को काफी नुकसान पहुंचाया है। बस्तीवासी फसलों के नुकसान होने पर क्षतिपूर्ति के लिए दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी के रेंज कार्यालय मानगो से फार्म लेकर जा रहे हैं। हाथी से क्षति होने पर सरकार की ओर से मुआवजा किसानों को दी जाती है। यही कारण है कि दलमा रेंज कार्यालय में ग्रामीणों का आना जारी है।
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हाथी को भगाने के लिए पटाखा ही सहारा
हाथियों के झुंड से निबटने के लिए ग्रामीण पटाखा के सहारे रहते हैं। इस संबंध में पगदा निवासी महानंद महतो कहते हैं कि इस मौसम में हाथियों का आना-जाना लगा रहता है, जिसके कारण एहतियात के तौर पर दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी के कार्यालय से पटाखा लेकर जाते हैं ताकि हाथियों को खदेड़ा जा सके।
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इन किसानों का फसल हुआ नुकसान
महानंद महतो पगदा, विक्रम टुडू लायलम, सुखदेव मार्डी पुनसा, निताई तंतुबाई बांधडीह, रामेश्वर टुडू लायलम, डमन टुडू लायलम, देवेंद्र महतो पगदा, सहदेव महतो पगदा, जयप्रकाश कुशवाहा गेरूआ, प्रकाशचंद्र महतो पगदा, संदीप कुमार महतो पगदा, मंगल टुडू बोटा व जयराम हांसदा बोटा।