आदित्यपुर में अतिक्रमण हटा रहे जेसीबी चालक का सिर फोड़ा, लाठीचार्ज
- भीड़ से पत्थर फेंकने के आरोप में चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज, दो गिरफ्तार उग्र विर
- भीड़ से पत्थर फेंकने के आरोप में चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज, दो गिरफ्तार
उग्र विरोध
- हो-हंगामे के बीच शाम सात बजे तक चला अतिक्रमण हटाओ अभियान
- विरोध के बावजूद खाली कराई गई जमीन, एसडीओ लेते रहे हालचाल
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यहां से चला अभियान
- बंतानगर से मार्ग संख्या 11 तक
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कोट
'66 अतिक्रमित ढांचों को हटाकर स्मार्ट सिटी की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराना था। करीब 60 अतिक्रमित मकान-खटाल हटाए जा सके।' - विनोद कुमार, कार्यपालक अभियंता, आवास बोर्ड, जमशेदपुर प्रमंडल
संवाद सूत्र, आदित्यपुर : स्थानीय लोगों के विरोध, पत्थर फेंकने की घटना, लाठीचार्ज और गिरफ्तारी के बीच झारखंड राज्य आवास बोर्ड की महती योजना, स्मार्ट सिटी की प्रस्तावित जमीन के शेष हिस्से को गुरुवार को अतिक्रमणमुक्त करा लिया गया। पत्थर फेंककर जेसीबी (बुलडोजर) के चालक को घायल करने के आरोप में चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, जिसमें से दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
वहीं बंतानगर से हिरासत में लिए गए लोगों को पुलिस ने देर शाम छोड़ दिया। इससे पहले अतिक्रमण हटाओ अभियान के दूसरे चरण में बंतानगर से लेकर मार्ग संख्या 11 तक अतिक्रमण कर बनाए गए मकान और खटाल को जेसीबी (बुलडोजर) ने ध्वस्त कर दिया। दूसरे चरण में 66 अतिक्रमित मकान-खटाल और दुकानें हटाई जानी थीं लेकिन शाम सात बजे तक 60 अतिक्रमित ढांचों को ध्वस्त किया जा सका।
दरअसल 12 जुलाई को एसएन हाई स्कूल मैदान के पीछे, जनता रो हाउस के समीप और मार्ग संख्या 12 के समीप अतिक्रमण हटाया गया था। उसके बाद दूसरे चरण का अभियान 17 जुलाई को चलने वाला था, लेकिन स्थानीय नेताओं को विरोध के कारण उस दिन अभियान टल गया। गुरुवार को अभियान के दूसरे चरण की शुरुआत बंतानगर से हुई। वहां आवास बोर्ड के कार्यपालक अभियंता विनोद कुमार के साथ धक्का-मुक्की के बाद पुलिस ने विरोध कर रहे कांग्रेस नेता नीतेश राज, भाजपा नेता बबुआ झा के अलावा आधा दर्जन महिलाओं को हिरासत में लेकर थाने ले गई। उसके बाद पुलिस और अधिकारी लोगों को समझाते-बुझाते अतिक्रमण हटाते हुए आगे बढ़ने लगी।
दोपहर दो बजे मार्ग संख्या 11 पहुंचने पर महिलाओं ने जेसीबी का रास्ता रोक लिया। समझाने की कोशिश कर रहे आरआइटी थाना प्रभारी वीरेंद्र पासवान के साथ महिलाओं ने धक्कामुक्की की। पुलिस अधिकारी और कार्यपालक अभियंता महिलाओं को समझा ही रहे थे कि किसी ने भीड़ से एक पत्थर फेंका, जो कांच फोड़ते हुए सीधे जेसीबी के चालक के सिर पर लगी और उसका सिर फूट गया। चालक सिर फूटते ही पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ दिया। इस क्रम में कुछ लोगों की अच्छी पिटाई हो गई। इस दौरान मजिस्ट्रेट के रूप में गम्हरिया की अंचल अधिकारी कामिनी कौशल लकड़ा अपने वाहन से ही अभियान की निगरानी करती रहीं। लोगों को पिटता देख अतिक्रमणकारी और विरोध कर रहे लोग मौके से भाग गए। खदेड़ने के दौरान पुलिस ने हरेंद्र कुमार समेत दो-तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया, जिनके खिलाफ देर शाम मुकदमा दर्ज किया गया। वहीं आदित्यपुर थाने से अतिरिक्त पुलिस बल को बुला लिया गया। शाम सात बजे अंधेरा होने के बाद अभियान रोक दिया गया।
एसडीओ लेते रहे अपडेट : अतिक्रमण हटाओ अभियान पर सरायकेला के अनुमंडल पदाधिकारी संदीप दुबे खुद नजर रखे हुए थे। बार-बार आवास बोर्ड के कार्यपालक अभियंता को फोन कर स्थिति का जानकारी ले रहे थे।
आगे भी चलेगा अभियान : दो चरण में 12 जुलाई और 20 जुलाई को चले अतिक्रमण हटाओ अभियान के बावजूद स्मार्ट सिटी की प्रस्तावित जमीन के प्रस्तावित जमीन पूरी तरह से अतिक्रमणमुक्त नहीं हो पाई है। जिला प्रशासन और आवास बोर्ड के सख्त रवैये से साफ है कि आगे भी इस तरह का अभियान चलता रहेगा।
अभियान नहीं चलाने की घोषणा के बाद कार्रवाई से भड़के लोग : 13 जुलाई को आवास बोर्ड के प्रमंडलीय कार्यालय के घेराव के दौरान कार्यपालक अभियंता ने अतिक्रमण हटाओ अभियान रोकने की घोषणा की थी। उसके बाद गुरुवार को अभियान चलाने से लोग भड़क गए। लोग देर रात तक आगे की रणनीति तय करते रहे।