जलसा-ए-दस्तारबंदी में 4 को मिली हाफिज की उपाधि
संवाद सूत्र, मुसाबनी : मदरसा रजाउल उलूम नंबर 2 कमेटी की जानिब से हर साल की तरह इस साल भी 8वां पैगाम-
संवाद सूत्र, मुसाबनी : मदरसा रजाउल उलूम नंबर 2 कमेटी की जानिब से हर साल की तरह इस साल भी 8वां पैगाम-ए-अमल कांफ्रेंस जलसा-ए-दस्तारबंदी का आयोजन किया गया।
इस जलसे का आयोजन उन 4 बच्चों के सम्मान में किया गया था जिन्होंने इसी मदरसे में दीनी तालीम हासिल करते हुए मुस्लिम समुदाय की मुकद्दस किताब कुरान-ए-पाक को कंठस्थ याद कर हाफिज-ए-कुरान बने। इस समारोह में रिवाज के मुताबिक 4 बच्चे हाफिज शाकिब र•ा, हाफिज हसनैन रजा, हाफिज शाहिद रजा, हाफिज अफसर रजा को भरे मजमे में स्टेज पर मेहमानों (अतिथि) ने पगड़ी बांधकर सम्मानित किया। इस जलसे में ¨हदुस्तान के कई नामी शख्सियतों ने शिऱकत की। नात खां कारी रियाजुद्दीन (मुम्बई) बदर अल कमर (गिरिडीह) मुख्य वक्ता मौलाना सैयद अमीनुल कादरी औलादे गौस-ए-पाक मालेगांव मुंबई ने भी शिरकत की। मुफ्ती आबिद साहब फै•ाुल उलूम जमशेदपुर ने कुरआन की आयतों के साथ जलसे का आगाज किया। जलसे का एहतेमाम शेख सिकंदर (मुंबई) साउल हामिद और मुफ्ती सालेकिन अहमद की सरपरस्ती में सफलतापूर्वक हुआ। इस जलसा की कामयाबी में कमेटी के सदर मुनव्वर हुसैन, सेक्रेटरी अब्दुल कादर, मोहम्मद आशिक, मोहम्मद सुल्तान, चंदा, पप्पू, मोहम्मद इस्माइल का अहम योगदान रहा।