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शहर में होगा एमडीआर टीबी का इलाज

संवाद सहयोगी, जमशेदपुर : शहरवासियों के लिए खुशखबरी है। अगले माह से एमडीआर (मल्टी ड्रग रेसिस्टेंट) ट

By Edited By: Published: Mon, 23 Nov 2015 01:01 AM (IST)Updated: Mon, 23 Nov 2015 01:01 AM (IST)
शहर में होगा एमडीआर टीबी का इलाज

संवाद सहयोगी, जमशेदपुर : शहरवासियों के लिए खुशखबरी है। अगले माह से एमडीआर (मल्टी ड्रग रेसिस्टेंट) टीबी की जांच व इलाज की सुविधा शहर में ही मिलेगी। एमडीआर टीबी की जांच के लिए अमेरिका से जीन एक्सपर्ट मशीन लायी जा रही है तथा इलाज के लिए खासमहल स्थित सदर अस्पताल में 10 बेड का एमडीआर टीबी वार्ड तैयार है। यह सुविधा शुरू होते ही एमडीआर टीबी के इलाज व जांच के लिए रांची नहीं जाना होगा। फिलहाल मरीजों का नमूना लेकर जांच के लिए रांची भेजा जाता है और रिपोर्ट आने में समय लग जाता है। जीन एक्सपर्ट मशीन आने के बाद ढ़ाई घंटे में ही रिपोर्ट मिल जाएगी। इस मशीन के लिए टीबी अस्पताल में अलग से एक विशेष रूम तैयार किया गया है। इसमें 24 घंटे बिजली आवश्यक है। पावर बैकअप के लिए पांच किलोवाट के इनवर्टर की व्यवस्था की गई है ताकि जाच के दौरान पावर कट होने से बलगम का नमूना बेकार न होने पाए। जांच में प्रयोग होने वाले कार्टेज को आठ डिग्री सेंटीग्रेट तापमान पर रखा जाएगा। इससे मरीजों को काफी लाभ होगा।

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ढ़ाई घंटे में मिलेगी रिपोर्ट

टीबी की गंभीर बीमारी (एमडीआर) से मरीज पीड़ित है या नहीं, यह सिर्फ ढ़ाई घंटे में पता चल जाएगा। अभी तक इसके लिए एक से दो माह तक का इंतजार करना पड़ता है। सरकारी अस्पताल में यह टेस्ट निश्शुल्क होगा। निजी अस्पतालों में इस जांच का शुल्क करीब सात हजार देना पड़ता है।

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क्या है एमडीआर टीबी

टीबी की अगली स्टेज एमडीआर (मल्टी ड्रग रजिस्टेंट) होती है। टीबी की दवाओं का असर जब मरीज पर नहीं होता तो वह एमडीआर की चपेट में होता है। इस स्थिति में डॉट प्लस थैरेपी से मरीज को दवाएं दी जाती हैं।

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यह होंगे फायदे

- पाच से आठ हजार में होने वाली जाच निश्शुल्क होगी।

- राची नहीं भेजना पड़ेगा बलगम का नमूना।

- महीनों के बजाय ढ़ाई घंटे में मिलेगी जाच रिपोर्ट, सटीक होगा इलाज।

- मशीन से फायदा करने वाली दवाओं की भी होगी जानकारी।

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महत्वपूर्ण तथ्य

- डाट्स की दवाओं को 6 महीने से

पहले छोड़ने की वजह से होती है एमडीआर टीबी।

- देश में कुल एक लाख लोग एमडीआर टीबी से ग्रस्त।

- मात्र पाच हजार एमडीआर टीबी मरीजों का ही होता है सरकारी इलाज।

- दुनिया में टीबी का हर पांचवा नया मामला भारत में ही सामने आता है।

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कोट :::

एमडीआर टीबी की जांच के लिए जिन एक्सपर्ट मशीन लायी जा रही है। इसकी तैयारी अंतिम चरण में है। दिसंबर के अंतिम सप्ताह तक इसे शुरू करने की योजना है।

- डॉ. प्रभाकर भगत

जिला टीबी पदाधिकारी

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