अपना शहर स्मार्ट सिटी का मॉडल : नरेंद्रन
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : आजकल स्मार्ट सिटी की चर्चा काफी जोर-शोर से हो रही है। लोग इस बात पर भी
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर :
आजकल स्मार्ट सिटी की चर्चा काफी जोर-शोर से हो रही है। लोग इस बात पर भी विचार रखते हैं कि स्मार्ट सिटी को कैसा होना चाहिए। इस पर अलग-अलग राय हो सकती है, लेकिन हमारा मानना है कि जमशेदपुर पूरे देश के लिए उदाहरण है कि स्मार्ट सिटी कैसी होनी चाहिए? भले ही अपने शहर जमशेदपुर को आधिकारिक रूप से स्मार्ट सिटी का दर्जा नहीं मिला है, लेकिन यह हर मामले में उत्कृष्ट है। ये बातें टाटा स्टील के प्रबंध निदेशक टीवी नरेंद्रन ने शनिवार को कहीं।
टाटा स्टील द्वारा शहर में चार अलग-अलग तरह की वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट के शुभारंभ पर नरेंद्रन ने कहा कि टाटा स्टील पिछले 100 वर्ष से शहर के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप काम करती आ रही है। शहर को साफ-सुथरा रखने के साथ-साथ आकर्षक व विविधता से परिपूर्ण बनाने में भी हम निरंतर योगदान करते आ रहे हैं। कचरा निष्पादन में हम पहले से ही बेहतर काम कर रहे थे, लेकिन इस कड़ी में अब नए आयाम जुड़ गए हैं। एक नहीं, चार-चार यूनिट लगाई गई हैं जो पर्यावरण संरक्षण के हर महत्वपूर्ण पहलू को मजबूत बनाने में सक्षम हैं।
टीएमएच परिसर में आयोजित उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए पूर्वी सिंहभूम जिला के उपायुक्त डॉ. अमिताभ कौशल ने कहा कि यह शहर भले ही छोटा है, लेकिन नागरिक सुविधा के मामले में सर्वश्रेष्ठ शहरों में एक है। आज से ठीक एक साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान शुरू किया था, जिसमें टाटा स्टील द्वारा की गई पहल अभियान के प्रमुख अवयवों को समाहित करती है। स्वच्छता के दृष्टिकोण से चारों यूनिट महत्वपूर्ण हैं। इससे पूर्व टीवी नरेंद्रन व उपायुक्त डॉ. अमिताभ कौशल ने रोड स्वीपिंग मशीन, एमएसडब्ल्यू ट्रांसफर स्टेशन, मॉड्यूलर बायो गैस प्लांट व लिक्विड मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम का उद्घाटन किया। इस अवसर पर टाटा स्टील के वाइस प्रेसीडेंट (कारपोरेट सर्विसेज) सुनील भास्करन, चीफ (कारपोरेट सर्विसेज) ऋतुराज सिन्हा, टाटा वर्कर्स यूनियन के उपाध्यक्ष शाहनवाज आलम, जुस्को के एमडी आशीष माथुर, टीएमएच के जीएम डॉ. जी. रामदास, सिंहभूम चैंबर के अध्यक्ष सुरेश सोंथालिया व उपाध्यक्ष भरत वसानी समेत कई लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन जुस्को की अधिकारी सुकन्या दास व धन्यवाद ज्ञापन जुस्को के वरीय महाप्रबंधक कैप्टन धनंजय मिश्रा ने किया।
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ऐसे होगा ठोस कचरा प्रबंधन
टाटा स्टील द्वारा शहर के सात स्थानों पर 'मैनेजमेंट ऑफ सॉलिड वेस्ट (एमएसडब्ल्यू) ट्रांसफर स्टेशन' स्थापित किए जाएंगे। इनमें से एक सीएच एरिया पेट्रोल पंप के पास शुरू किया गया है, जो नार्दर्न टाउन सीवरेज पंपिंग स्टेशन में स्थित है। इस यूनिट के माध्यम से प्रतिदिन 60 मिलियन टन ठोस कचरा को उपयोगी बनाया जाएगा, जो उलियान, बाराद्वारी, ट्यूब मेकर्स क्लब, बारा एसटीपी आदि से एकत्र किए जाएंगे। यह यूनिट पूर्ण रूप से बंद वाहन में कचरा एकत्र करेगी। इसमें मानव श्रम का न्यूनतम इस्तेमाल किया जाएगा। इससे कार्बन डाइक्साइड के उत्सर्जन में भी कमी आएगी। इसमें मेकेनाइज्ड रोड स्वीपर्स मशीन भी योगदान करेगी, वहीं टीएफए के पास स्थापित मॉडयूलर बायो-गैस यूनिट शहर के अन्य सात स्थानों पर लगाई जाएगी। इसमें पके व बचे हुए खाद्य पदार्थो से बायो-गैस का उत्पादन किया जाएगा, जिससे एलपीजी की खपत कम होगी।
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गंदे पानी से होगी सिंचाई
टीएमएच परिसर में स्थापित लिक्विड मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट की क्षमता प्रतिदिन एक लाख लीटर है। इसमें अस्पताल के विभिन्न आपरेशन थियेटर, पैथोलाजिकल लेबोरेटरी, इंसीनरेटर, लांड्री आदि से उत्सर्जित होने वाले गंदे पानी को एकत्र कर साफ किया जाएगा। इस पानी का इस्तेमाल अस्पताल परिसर के लॉन में सिंचाई के लिए किया जाएगा।