मनरेगा में 13 करेाड़ की तुलना में नौ करोड़ खर्च
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम में मनरेगा रफ्तार नहीं पकड़ पा रही है। जून तक श्रम बजट के
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम में मनरेगा रफ्तार नहीं पकड़ पा रही है। जून तक श्रम बजट के 13 करोड़ रुपये खर्च करने का लक्ष्य था लेकिन इसकी तुलना में महज आठ करोड़ 96 लाख रुपये ही खर्च हो सके हैं। यही नहीं मानव दिवस भी उतने नहीं सृजित हो पाए जितना सृजन करने का लक्ष्य रखा गया था। उपायुक्त डा. अमिताभ कौशल ने समीक्षा बैठक में मनरेगा में पीछे चल रहे प्रखंडों के बीडीओ को जमकर फटकार लगाई।
गौरतलब है कि जिले में मनरेगा की स्थिति खराब है। मनरेगा में सक्रिय कार्यस्थलों की संख्या ज्यादा नहीं है। प्रखंडों में मानव दिवस सृजित नहीं हो पा रहा है। उपायुक्त के बार-बार निर्देश देने के बाद भी प्रखंड विकास अधिकारी मनरेगा को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। यही नहीं, प्रखंड विकास अधिकारी मनरेगा में जिले को फर्जी रिपोर्टिग भी कर देते हैं। लेकिन बाद में उनका झूठ एमआइएस के चलते पकड़ा जाता है। शनिवार को हुई समीक्षा बैठक में सभी बीडीओ को हिदायत दी गई कि वह मनरेगा को गंभीरता से लें और ज्यादा से ज्यादा मानव दिवस सृजित करें।
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मनरेगा का खाका
जून तक खर्च करने का लक्ष्य-----13 करोड़
जून तक खर्च हुए-----आठ करोड़ 96 लाख रुपये
जून तक मानव दिवस का लक्ष्य--पांच लाख 90 हजार
जून तक मानव दिवस सृजित हुए---दो लाख 25 हजार
जून में योजना पूर्ण करने का लक्ष्य---157
जून में पूर्ण हुई योजनाएं---183
मनरेगा में स्वीकृत योजनाएं---2335
अब तक पूर्ण हुई योजनाएं---259