बहाली को 22 ने दिया टेस्ट, पांच रहे गैर हाजिर
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : जुलाई में नौकरी पाने से महरूम रह गए 27 मृतक आश्रितों की बहाली प्रक्रिया
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : जुलाई में नौकरी पाने से महरूम रह गए 27 मृतक आश्रितों की बहाली प्रक्रिया शुरू हो गई है। इन मृतक आश्रितों का बुधवार को एनआइसी में कंप्यूटर हिंदी टाइपिंग का टेस्ट हुआ। स्थापना शाखा के प्रभारी दिलीप तिवारी टेस्ट के दौरान खुद मौजूद थे। एनआइसी में यह टेस्ट जिला सूचना विज्ञान अधिकारी सुनील वर्मा ने लिया। इस टेस्ट में अभ्यर्थियों की कंप्यूटर हिंदी स्पीड का इम्तहान हुआ। टेस्ट के नतीजे अभी घोषित नहीं किए गए हैं।
इस टेस्ट में पास होने वाले मृतक आश्रितों को क्लर्क की नौकरी मिलेगी। फेल होने वालों को चपरासी बनाया जाना है। लेकिन, कंप्यूटर टेस्ट में फेल होने वालों के भविष्य का फैसला जिला अनुकंपा समिति करेगी। पिछले साल जुलाई में कंप्यूटर टेस्ट में जो फेल हुए थे उन्हें मोहलत दी गई थी। कंप्यूटर सीखने के लिए उन्हें दो महीने दिए गए थे। यह उनकी खुश किस्मती थी कि विधानसभा चुनाव के चलते उन्हें कुछ महीने और मिल गए। अनुकंपा समिति फेल होने वालों को चपरासी बना सकती है या कंप्यूटर सीखने का एक मौका और दे सकती है। यह फैसला 30 जनवरी को होने वाली अनुकंपा समिति की बैठक में होगा। कार्मिक विभाग की अधिसूचना संख्या-1749 दिनांक 27-3-2010 में यह प्रावधान किया गया है कि तृतीय संवर्ग में बहाली पाने वाले मृतक आश्रित को कंप्यूटर ज्ञान और हिंदी टाइपिंग में दक्ष होना चाहिए। हिंदी टाइपिंग की रफ्तार कम से कम 35 शब्द प्रति मिनट होनी चाहिए।