छठ की भीड़ के सामने दोमुहानी में डूब गया
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर: छठ पर्व पर सैकड़ों व्रतियों की भीड़ गुरुवार सुबह सूर्य को अर्घ्य देने क
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर:
छठ पर्व पर सैकड़ों व्रतियों की भीड़ गुरुवार सुबह सूर्य को अर्घ्य देने को सोनारी दोमुहानी नदी तट पर लगी हुई थी। इस दौरान नदी में स्नान करने गए सीतारामडेरा थाना क्षेत्र के भुइयांडीह शांतिनगर निवासी गुलजारी साह डूब गए। वह हाथ हिलाकर-हिलाकर बचाने की गुहार लगाते रहे लेकिन कोई मदद को नहीं पहुंचा। इसके बाद जो पानी में समाए, बाहर नहीं आए।
घटना के बाद भीड़ में अफरा-तफरी मच गई। घाट पर न तो कोई गोताखोर था ओर न ही मदद के लिए पुलिस वाले ही। गुलजारी की पत्नी और बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल था। पत्नी व बच्चों ने अपनी आंखों से गुलजारी को नदी में डूबते हुए देखा था। बाद में सुरेंद्र कुमार ठाकुर व उनके परिवार के लोग दोमुहानी नदी घाट के उपर में सहायता शिविर लगाने वालों के पास गए और वहां जाकर जानकारी दी गई। सोनारी थाने को भी सूचना दी गई। गोताखोर को बुलाया गया, लेकिन शव बरामद नहीं हो सका। इसके बाद जुस्को के गोताखोर की मदद ली गई। लंबी कवायद के बावजूद शव का पता नहीं चल पाया। गोताखोर यह बताते रहे कि जिस स्थान पर गुलजारी डूबे, वह काफी गहराई और धंसान वाला क्षेत्र है। घटना की जानकारी पर युवा कांग्रेस के राकेश साहू समेत अन्य लोग घाट पर पहुंचे। गुलजारी साहू ठेकेदारी में काम करते थे। उनकी दो बेटियां और एक बेटा है। पड़ोसी सुरेंद्र कुमार ठाकुर के घर पर छठ था। ठाकुर परिवार के साथ गुलजारी साह भी अपनी पत्नी और बच्चों के साथ सोनारी दोमुहानी घाट पर गए थे। पूजा-अर्चना के बाद सूर्य को अर्घ्य देने की तैयारी थी। सुरेंद्र की पत्नी इसके लिए तैयार हो रही थी। तभी गुलजारी ने नदी में स्नान करने की इच्छा जाहिर की। पत्नी ने मना भी किया पर वह नहीं माने। पानी में छलांग लगा दी और वह नदी के डेंजर तक चले गए। एकाएक वह नीचे की ओर धंसने लगे। वह मदद की गुहार लगाते-लगाते नदी की गहराई में समा गए।