अब इलाज को नहीं जाना होगा बाहर
संवाद सहयोगी, जमशेदपुर : दीपावली पर स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र प्रसाद सिंह ने स्वास्थ्य विभाग को दीप
संवाद सहयोगी, जमशेदपुर : दीपावली पर स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र प्रसाद सिंह ने स्वास्थ्य विभाग को दीपावली तोहफा दिया। बुधवार को महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में आधी दर्जन योजनाओं का शिलान्यास किया गया। इनमें कैथ लैब, महिला एवं प्रसूति विभाग का विस्तार, नियोनेटल इंसेंटिव केयर यूनिट (एनआइसीयू), पीडियाट्रिक इंसेंटिव केयर यूनिट (पीआईसीयू), एनेस्थेसिया विभाग का विस्तार, मेडिसीन विभाग का विस्तार व पीजी छात्रावास शामिल है। वहीं राज्य में जल्द ही 773 नए चिकित्सकों की बहाली करने की भी बात कही। इतना ही नहीं बताया कि चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों व नर्सो की बहाली पर भी तेजी से काम चल रहा है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 18 महीने के अंदर सभी योजनाएं धरातल पर उतर आएंगी। इसकी तैयार अभी से जोर-शोर से चल रही है। इस अवसर पर कृषि मंत्री बन्ना गुप्ता, उपायुक्त डॉ. अमिताभ कौशल, एसएसपी अमोल वी. होमकर, ग्रामीण एसपी शैलेंद्र सिन्हा, एमजीएम प्रिंसिपल डॉ. एएन मिश्रा, एमजीएम अधीक्षक डॉ. आरवाई चौधरी, सिविल सर्जन डॉ. विभा शरण, फाइलेरिया पदाधिकारी डॉ. एके लाल, सर्विलांस ऑफिसर डॉ. शाहिर पॉल, झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री राजेश कुमार शुक्ला सहित अन्य उपस्थित थे।
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एमजीएम कॉलेज में होगा कैथ लैब
हृदय पीड़ितों के लिए खुशखबरी है। अब उनकी जांच के साथ इलाज निश्शुल्क हो सकेगा। इसकी तैयारी एमजीएम कॉलेज में जोर-शोर से चल रही है। शेष योजनाओं की सुविधा एमजीएम अस्पताल में मिलेगी। राजेंद्र सिंह ने कहा कि मेडिकल कॉलेज को एमसीआइ के मानकों के अनुरूप तैयार किया जाएगा। सभी योजनाओं के लिए फंड स्वीकृत हो चुका है। उन्होंने सभी विभागाध्यक्षों को भरोसा दिलाया कि डायनेमिक एसपी व प्रोन्नति का लाभ भी उन्हें जल्द मिलने जा रहा है। कृषि मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि चिकित्सकों को अपने मूल कर्तव्य को समझना चाहिए। उनके व्यवहार से ही मरीजों की आधी बीमारी ठीक हो जाती है।
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अधीक्षक को नहीं मिला मंच पर स्थान
एमजीएम कॉलेज में स्थापित मंच पर एमजीएम अधीक्षक डॉ. आरवाई चौधरी को स्थान नहीं मिला। वहीं सिविल सर्जन को भी जैसे-तैसे अंत में कुर्सी मिल सकी। इसे लेकर चिकित्सकों में कई तरह की चर्चाएं होती रहीं।
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सिविल सर्जन को तबादले की चेतावनी
स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र सिंह ने सिविल सर्जन को चेतावनी देते हुए कहा कि सदर अस्पताल की व्यवस्था जल्द सुधारें। जहां पर कमी हो, वह सीधे बताएं ताकि समाधान निकाला जा सकें अन्यथा दो दिनों के बाद राज्य के कई सिविल सर्जनों का तबादला होने वाला है? वहीं सिविल सर्जन डॉ. विभा शरण ने अपनी समस्याओं को भी रखा। ज्ञात हो कि सदर अस्पताल में फंड के अभाव में मरीजों को आधे से अधिक दवाएं नहीं मिल पाती हैं। -----------------
यह भी जानें
- 120 बेड का होगा महिला छात्रावास।
- राज्य में 361 नर्सो को किया गया स्थायी। इसमें 195 का इंटरव्यू बाकी है। इसमें 31 पूर्वी सिंहभूम जिला में पदस्थापित होंगी।
- राज्य में 30 ड्रग इंस्पेक्टरों की हुई बहाली।
- 24 अक्टूबर को कैबिनेट की बैठक में होंगे कई फैसले।
- एमसीआइ के अनुरूप एमजीएम में होगी चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी व नर्सो की बहाली।
- एमजीएम कॉलेज में आधुनिक गेट बनाने के निर्देश।
- एमपीडब्ल्यू की समस्या के लिए केंद्र सरकार को ठहराया दोषी।
- 200 अनुबंध चिकित्सकों को किया गया स्थायी।
- चिकित्सकों को जल्द मिलेगा डायनेमिक एसीपी व प्रोन्नति का लाभ।
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