अमन की दुआ के साथ शांति महोत्सव का समापन
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : बाइबिल एसोसिएशन ऑफ इंडिया की जमशेदपुर शाखा के तत्वावधान में सीतारामडेरा
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : बाइबिल एसोसिएशन ऑफ इंडिया की जमशेदपुर शाखा के तत्वावधान में सीतारामडेरा आदिवासी एसोसिएशन मैदान में आयोजित शांति महोत्सव का रविवार को अमन की दुआ के साथ समापन हुआ। मुख्य वक्ता नागपुर से आए सत्य विश्वविद्यालय के चांसलर बिशप डॉ. एलिशा ने पूरे विश्व की शांति के लिए प्रार्थना की और सभी लोगों ने उनके साथ हाथ उठाकर अमन की दुआ कि।
डॉ. एलिशा ने कहा कि संसार शांति की खोज में है और बाइबिल बताता है कि दुष्टों को शांति नहीं मिलती। आज दुनिया में दुष्टता बढ़ जाने के कारण चारों ओर अशांति है। उसी शांति की प्राप्ति के लिए परमेश्वर यीशु की आवश्यकता है। धर्मग्रंथ बाइबिल में यहून्ना 14 अध्याय 27 पद में कहा गया है कि मैं तुम्हें शांति दिए जाता हूं। मैं अपनी शांति तुम्हें देता हूं, जैसा संसार तुम्हें नहीं देता। तुम्हारा मन व्याकुल नहीं होना चाहिए और तुम्हें बिल्कुल भी डर नहीं लगना चाहिए। डॉ. एलिशा ने शांति की आवश्यकता, शांति की परिभाषा और शांति पाने के तरीकों के बारे में विस्तार से बताया। अपने संबोधन के अंत में उन्होंने लोगों की आत्मिक जागृति के लिए प्रार्थना की। गरीबों, दुखियों व रोगियों के लिए उनके द्वारा की गई विशेष प्रार्थना के बाद तमाम लोगों ने शांति और चंगाई की गवाही भी दी। इसके पूर्व शांति के संदेश लिखे गुब्बारे हवा में उड़ाए गए। फादर जी मन्नारकम, फादर कामिल हेब्रम और डॉ. एलिशा ने गुब्बारे उड़ाकर शांति का संदेश प्रसारित किया। इसके बाद श्वेता शिरिन महापात्रा ने मधुर गीत के जरिए प्रभु की अराधना की।
इसके पूर्व अजर परीछा की प्रार्थना के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इसके बाद बाइबिल सोसाइटी की क्वायर टीम के सदस्यों ने 'धन्यवाद के साथ तेरे भवन में आऊं..', 'हे मनवा होवे न निराश..' और 'आवा रे चला रे विजय के झंडा लहराबै..' आदि गीतों के जरिए कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। गीत संगीत का दौर देर तक चला। बाइबिल सोसाइटी के सचिव सामुएल महापात्रा ने कार्यक्रम के चारों दिनों की रिपोर्ट प्रस्तुत की। इसके बाद ब्रदर पीआर चौहान ने पवित्र बाइबिल का पाठ किया। पास्टर साउल कंडूलना ने मंच संचालन किया। आयोजन में बाइबिल एसोसिएशन के सचिव सैमुअल महापात्रा, रौनक दास, पैराडाइज कुजूर, प्रवीण खलको व पी चौहान, सुरेश धन्ना कुमार, बसंत खलको, जेनिफर आदि ने सक्रिय भूमिका निभाई।