94 एमपीडब्ल्यू का अनुबंध रद
संवाद सहयोगी, जमशेदपुर : स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत 1898 एमपीडब्ल्यू कर्मचारियों का अनुबंध रद कर दि
संवाद सहयोगी, जमशेदपुर : स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत 1898 एमपीडब्ल्यू कर्मचारियों का अनुबंध रद कर दिया गया है। पूर्वी सिंहभूम में इनकी संख्या 94 है। मंगलवार को इन कर्मचारियों ने सेवा समाप्त करने पर विरोध प्रदर्शन किया। पटदमा के एमपीडब्ल्यू कर्मचारी रूद्रप्रताप लाहा ने कहा कि सात अक्टूबर को सरकार के खिलाफ पूरे राज्यभर में धरना-प्रदर्शन शुरू होगा। वहीं महेश्वर मुंडा ने कहा कि एमपीडब्ल्यू की नियुक्ति में नौजवानों को शामिल किया गया था। अब सरकार ने नियुक्ति रद्द कर दी है। ऐसे में सभी कहां जाएंगे। उन्होंने हाईकोर्ट जाने की धमकी दी है।
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स्वास्थ्य विभाग चिंतित
पूर्वी सिंहभूम को संक्रमित बीमारियों का हब माना जाता है। एमपीडब्ल्यू का अनुबंध रद होने से स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि ग्रामीण व सुदूर क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने में इनकी अहम भूमिका थी। स्वास्थ्य विभाग में रिक्त पड़े पदों की भरपाई करने के लिए सरकार ने वर्ष 2008 में जिले में एमपीडब्ल्यू कर्मचारियों की नियुक्ति की। ये बरसाती बीमारियों से निपटने के लिए कार्य करते रहे है। इन्हें बीते चार माह से वेतन भी नहीं मिला है।
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एमपीडब्ल्यू के कार्य
ग्रामीण क्षेत्रों में अलग-अलग बीमारियों की पहचान के लिए सर्वे करना, सभी तरह के पीड़ितों को जांच, इलाज व जागरूक करना सहित सभी तरह की स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है। इसमें डायरिया, मलेरिया, फाइलेरिया, डेंगू, जापानी इंसेफ्लाइटिस सहित सभी तरह की बरसाती बीमारियां शामिल हैं। वहीं घर-घर जाकर पोलियो ड्राप पिलाना और नुक्कड़ नाटक के जरिए लोगों को जागरूक करना होता है।
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जिले का मलेरिया जोन
डुमरिया, मुसाबनी, घाटशिला, घालभूमगढ़, पोटका, पटमदा, जुगसलाई।
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अनुबंध कर्मचारियों की संख्या
कर्मचारी संख्या
सहिया 2345
एमपीडब्ल्यू 94
एएनएम 1900
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एमपीडब्ल्यू नहीं होने से कार्य में बाधा पहुंचेगी। हालांकि, विभाग उपलब्ध संसाधनों के सहारे कार्य करने से पीछे नहीं हटेगा। एएनएम व सहिया पर दोहरा बोझ बढ़ जाएगा।
- डॉ. बीबी टोपनो, मलेरिया पदाधिकारी, पूर्वी सिंहभूम